संजय गुप्ता, INDORE. एमपी में अधिकारियों के ट्रांसफर का सिलसिला जारी है। अब भोपाल और इंदौर के कलेक्टर का तबादला किया गया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा 2010 बैच के IAS अधिकारी और भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह अब इंदौर कलेक्टर होंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया हैं। वहीं 2009 बैच के IAS अफसर और वर्तमान कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी अब पयर्टन विकास निगम प्रबंधक संचालक भोपाल के पद पर पदस्थ किए गए हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव ने आने वाले समय में इंदौर में तेजी से होने वाले विकास काम और इंदौर-उज्जैन के बीच सिंहस्थ के चलते होने वाले कामों को देखते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजवर्गीय से चर्चा कर उनके नाम पर मुहर लगा दी।
आशीष सिंह को इंदौर में सभी कामों के अनुभव
आशीष सिंह ने इंदौर में पहला कार्यकाल जिला पंचायत सीईओ के तौर पर संभाला था और इंदौर जिले को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) घोषित कराने के लिए दिन-रात मेहनत की। तब इंदौर देश का दूसरा जिला बना था। इसके बाद उन्होंने कुछ समय इंदौर मे अपर कलेक्टर के तौर पर भी काम किया। फिर देवास कलेक्टर के पद पर रहे और बाद में इंदौर निगमायुक्त का पद संभाला। उनके काम की शैली ऐसी रही कि बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों के समय वह पद पर रहे। बाद में उन्होंने उज्जैन कलेक्टर रहते हुए महाकाल लोक का पहला चरण भी पूरा किया जिससे उनके काम को पूरे राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली। बाद में वह भोपाल वल्लभ भवन पदस्थ हुए लेकिन कुछ दिन बाद ही भोपाल कलेक्टर हो गए। अप्रैल 2023 से वह भोपाल कलेक्टर पद पर ही पदस्थ हैं।
इलैयाराजा को एक ही साल मिला
पीपुल्स डीएम के नाम से इंदौर में चर्चित रहे डॉ. इलैयाराजा टी को इंदौर में ज्यादा काम का समय नहीं मिला, नवंबर 2023 में ही उनकी नियुक्ति हुई थी। इसके पहले वह भिंड, जबलपुर में भी कलेक्टर रहे। यहां उनके द्वारा जनसुनवाई में दिव्यांग से लेकर गरीबों तक की मदद करने और खासकर स्कूटी जैसे वाहन वितरण से प्रसिद्धि पाई और आमजन ने पीपुल्स डीएम कहा। इसके पहले सत्ता परिवर्तन के चलते पूर्व कलेक्टर डॉ. निशांत वरवड़े, फिर लोकेश जाटव को भी कम समय मिला था। हाल के समय में सिर्फ मनीष सिंह ही यहां करीब ढाई साल तक कलेक्टर पर रहे थे।