BHOPAL. मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट का विस्तार हो चुका है। सीएम ने अपने मंत्रिमंडल में कई दिग्गज नेताओं को जगह दी है। मप्र के सीएम मोहन यादव और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों की औसत संपत्ति 18.54 करोड़ रुपए से ज्यादा है। 31 मंत्रियों में से एक को छोड़कर बाकी सभी करोड़पति है, यानी 97 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं।
एक को छोड़कर बाकी सभी मंत्री करोड़पति
दरअसल एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मोहन यादव की कैबिनेट के 31 मंत्रियों में से 39 फीसदी के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। बता दें, प्रदेश के 31 मंत्रियों में से 39 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले अधिकतर (97%) मंत्री करोड़पति हैं। मंत्रियों की औसत संपत्ति 18.54 करोड़ रुपए है। मंत्रिमंडल में सर्वाधिक संपत्ति वाले मंत्री रतलाम के चेतन्य काश्यप हैं। उनकी कुल संपत्ति 296 करोड़ रुपए है। जबकि सबसे कम संपत्ति गौतम टेटवाल की 89.64 लाख रुपए है। 12 यानी 39 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक केस दर्ज हैं। इनमें तीन (10 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर क्रिमिनल मामले दर्ज हैं।
मोहन मंत्रिमंडल का स्कैन
- नई सरकार में 97 % मंत्री करोड़पति।
- 31 मंत्रियों की संपत्ति का औसत 18.54 करोड़।
- 84% मंत्रियों की उम्र 51 से 70 साल तक है।
- 16 % की उम्र 31 से 50 साल के बीच।
- 5 यानी 16% मंत्री महिलाएं हैं।
74% मंत्रियों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक या उससे अधिक
मोहन यादव और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों में 26 फीसदी यानी 8 मंत्रियों की योग्यता 8वीं पास से 12वीं पास के बीच है, जबकि बाकी मंत्री स्नातक या उससे ज्यादा एजुकेटेड हैं। 10 मंत्री स्नातकोत्तर हैं। ऐदल सिंह कंसाना सबसे कम पढ़े-लिखें हैं। वह 8वीं पास है। चंदला से विधायक दिलीप अहिरवार 10वीं तक पढ़े हैं। 6 मंत्री 12वीं पास हैं। जबकि डॉ. मोहन यादव एलएलबी, पीएचडी जैसी डिग्रियों के साथ मंत्रिमंडल में सबसे शिक्षित हैं। राजेंद्र शुक्ला, विश्वास सारंग और नरेंद्र शिवाजी पटेल ने इंजीनियरिंग की है।