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BIJAPUR. बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के खिलाड़ी प्रदेश समेत देश-दुनिया में परचम लहरा रहे हैं। इसी क्रम में बीजापुर जिले के 3 छात्रों का चयन भी जापान में होने वाले अंडर- 18 एशिया कप में सॉफ्ट बॉल मैच के लिए हुआ है। बीजापुर स्पोर्ट्स एकेडमी के ये तीनों छात्र भारत के टीम में प्रतिनिधित्व करने वाले हैं।
खिलाड़ियों का सॉफ्ट बॉल मैच के लिए चयन
बीजापुर जिले के आदिवासी छात्र राकेश कड़ती, सुशील कुड़िमय और त्रिलेश का जापान एशिया कप 2023 में सॉफ्ट बॉल मैच में चयन हुआ है। इसमें से राकेश कड़ती मूल रूप से बीजापुर के नक्सल प्रभावित आवापल्ली गांव का रहने वाला है। सुशील कुड़ियम भैरमगढ़ के अंदरूनी इलाके से है। वहीं त्रिलेश मंगापेटा कुटरु का रहने वाला है, जो वन रक्षक के पद पर पदस्थ है।
छत्तीसगढ़ से 4 खिलाड़ियों का चयन
यह पहला मौका है, जब बीजापुर के आदिवासी छात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सॉफ्ट बॉल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने जापान जा रहे हैं। सॉफ्ट बॉल मैच में छत्तीसगढ़ से 4 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इनमें से 3 खिलाड़ी बीजापुर के रहने वाले हैं, जिनमें से एक खिलाड़ी नक्सल हिंसा से पीड़ित हैं। बचपन में ही इस खिलाड़ी के माता पिता नक्सल हिंसा में मारे गए, उसके बाद ये खिलाड़ी बीजापुर स्पोर्ट्स एकेडमी हॉस्टल में रहकर न सिर्फ बेहतर शिक्षा प्राप्त की है बल्कि अब अपने प्रतिभा के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सॉफ्ट बॉल मैच में हिस्सा लेने जापान जा रहे हैं।
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पिता को नक्सलियों ने मारा, बचपन से बालगृह में रहकर की पढ़ाई
राकेश कड़ती के पिता को बचपन में ही नक्सलियों द्वारा मार दिया गया था और मां का भी निधन हो गया था। 4 साल की उम्र से बालगृह रहकर पढ़ाई के साथ-साथ खेल में अपने हुनर को उभारा, राकेश कड़ती ने बीजापुर स्पोर्ट्स एकेडमी में सॉफ्ट बॉल मैच में बेहतर प्रयास करते हुए अब तक 8 नेशनल गेम खेल चुका है,, और अलग-अलग मेडल भी हासिल किए है। बता दें कि खेल जगत में नक्सल गढ़ के युवा अपनी प्रतिभा से देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले खेलों में हिस्सा ले रहे हैं और बकायदा गोल्ड मेडल भी हासिल कर रहे हैं। हाल ही में अबूझमाड़ के 3 आदिवासी छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए मलखम्भ प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी हासिल किया है।