GWALIOR. ग्वालियर के बाल संप्रेक्षण गृह से छह बाल अपराधी फरार हो गए। ये सभी अपराधी दीवार कूदकर भाग निकले। भागने वाले बाल अपराधियों में रिटायर्ड डीजीपी की नातिन की हत्या के 3 आरोपी भी शामिल है। घटना के लगभग 24 घंटों के बाद इसका CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज में देखा जा सकता कि अपराधी भागते हुए आए और दीवार कूदकर फरार हो गए। मामले में संप्रेक्षण गृह से बड़ी लापरवाही सामने आई।
पूरा मामला ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित बाल संप्रेक्षण गृह का है। बताया जा रहा है कि बाल संप्रेषण गृह में सजा काट रहे अपराधियों को नहाने के लिए गरम पानी दिया जा रहा था। इसी दौरान सभी दौड़ते हुए आए और रसोइया और कर्मचारी को धक्का देते हुए दीवार कूदकर फरार हो गए। इस दौरान 6 नाबालिग भागने में सफल हो गए थे। एक नाबालिग को सुरक्षाकर्मी ने पकड़ लिया था।
6 भागने में सफल, 1 को सुरक्षाकर्मी ने दबोचा
पुलिस के अनुसार गुरुवार की सुबह लगभग सवा नौ बजे थाटीपुर क्षेत्र में स्थित चाइल्ड ऑब्जर्वेशन सेंटर से फरार हो गए। छह बाल अपराधियों ने सुरक्षा गार्ड को चकमा देकर छह फुट ऊंची दीवार को फांदकर फरार हो गए, पुलिस के मुताबिक, फरार हुए बच्चों ने होमगार्ड जवान टीकाराम को धक्का दिया और भाग खड़े हुए, हालांकि, सुरक्षाकर्मी ने एक बाल अपराधी को दबोच लिया और वह भागने में सफल नहीं हो पाया।
बाल अपराधियों पर दर्ज हैं गंभीर मामले
जानकारी के अनुसार, बाल संप्रेक्षण गृह से छह नाबालिग फरार हुए हैं, उनमें से तीन पर हत्या जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है, फरार हुए तीन नाबालिगों पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह यादव की 16 साल की नातिन अक्षरा यादव की हत्या की थी। इसके अलावा एक पर मुरैना में व्यापारी की गोली मार हत्या का आरोप है, तो वहीं एक बाल अपराधी पर नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोप है, अन्य आर्म्स एक्ट के आरोपी हैं, जिस पर हत्या के प्रयास का भी मामला चल रहा है। लेकिन इन सबके बीच जेल सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।'
इधर बाल अपराधिओं के भागने के बाद हत्याकांड की मुख्य गवाह के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। क्योंकि लगातार गवाह को बयान बदलने के लिए धमकाया भी जा रहा था। वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है। पुलिस से लेकर प्रशासनिक अफसरों तक में इस घटना के बाद हड़कंप मचा हुआ है।