JAIPUR. राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में आए कुख्यात तस्कर एवं गैंगस्टर कमल राणा से पूछताछ में कई अहम खुलासे होने के बाद राजस्थान पुलिस ने उनके काले कारोबार के जरिए अवैध संपत्तियों के बड़े साम्राज्य को चिन्हित करने के प्रयास तेज कर दिए है, अभी तक तस्कर की राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात स्थानों पर अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर लिया गया है। वहीं तस्कर से संलिप्तता के मामले में राजस्थान पुलिस के दो और एमपी पुलिस के छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि तस्कर के चार साथियों को भी पुलिस ने मध्य प्रदेश के नीमच व मंदसौर से गिरफ्तार किया है।
कॉल डिटेल से खुल रहे तस्कर के तार
पुलिस सूत्र बताते है कि प्रतापगढ़ पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए कुख्यात तस्कर एवं गैंगस्टर कमल राणा को लेकर एसपी की निर्देशन में पूछताछ की जा रही है, इस दौरान कॉल डिटेल्स के आधार पर राणा के 23 सहयोगियों की पहचान की गई है, जिनके खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में राणा चार सहयोगियों को मध्यप्रदेश के मंदसौर और नीमच से गिरफ्तार किया गया।
तस्कर के सहयोगी चिन्हित करने के प्रयास तेज
प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार द्वारा तस्करों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बाद इलाके के तस्करों और उनसे सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों में खलबली मची हुई है। इस मामले में छोटी सादड़ी में अलग से प्रकरण दर्ज कर मध्यप्रदेश के मंदसौर और नीमच निवासी भारत सिंह, हस्तीमल, तूफान सिंह और सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया गया। एनडीपीएस की इन धाराओं के तहत आरोपियों को 10 से 20 साल की सजा हो सकती है। जबकि अन्य साथियों को भी चिन्हित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
तस्कर की सात अवैध संपत्तियां चिन्हित
प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त कमल राणा ने काले कारोबार के जरिए अवैध संपत्तियों का बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया है। पुलिस ने अभी तक राजस्थान के उदयपुर, पाली, प्रतापगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश के नीमच और मंदसौर में सात अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर लिया है। साथ ही अन्य अवैध संपत्तियों को चिन्हित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।