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INDORE. इंदौर के देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां से 85 साल के बुजुर्ग सुभाष सुकरे ने एलएलएम करने की अनुमति मांगी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस शर्त के साथ अनुमति दे दी कि उन्हें रेगुलर क्लासेस अटेंड करनी पड़ेंगी। लेकिन विश्वविद्यालय के रेगुलर क्लास अटेंड करने की शर्त 85 साल के छात्र को भा नहीं रही। यही कारण है कि वे अभी तक एलएलएम की पात्रता लेने यूनिवर्सिटी नहीं पहुंचे हैं।
इच्छाशक्ति को देखते हुए दी थी पात्रता
विश्वविद्यालय ने बुजुर्ग की इच्छाशक्ति को देखते हुए उन्हें एलएलएम करने की पात्रता देने का फैसला लिया था। लेकिन उम्र के इस पड़ाव में वे रोजाना कॉलेज आने में असमर्थता जाहिर कर चुके हैं। इसलिए माना जा रहा है कि वे अब एलएलएम नहीं करेंगे।
30 जून को दी थी दरख्वास्त
बता दें कि 30 जून को बुजुर्ग सुभाष सुकरे यूनिवर्सिटी पहुंचे थे, परीक्षा नियंत्रक डॉ अशेष तिवारी से मिलकर उन्होंने एलएलएम करने की इच्छा जताई थी और अनुमति मांगी थी। इस पर परीक्षा नियंत्रक ने किसी प्रकार की तकनीकी दिक्कत का पता लगाकर उन्हें अवगत कराने की बात कही थी। डॉ तिवारी ने उनसे पूछा भी था कि वे एलएलएम क्यों करना चाहते हैं? जिस पर बुजुर्ग ने कहा था कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, मन था कि एलएलएम करूं, इसलिए उच्च शिक्षा विभाग की प्रक्रिया को समझकर विश्वविद्यालय पहुंचा हूं।
प्राइवेट मोड पर एलएलएम उपलब्ध नहीं
दरअसल देवी अहिल्या विश्वविद्यालय तो क्या प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में प्राइवेट मोड पर एलएलएम के कोर्स नहीं चल रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुभाष सुकरे की पात्रता तो रेडी कर दी और उन्हें इत्तला भी दे दी थी। कि उन्हें रेग्युलर मोड पर भी एलएलएम करने की अनुमति मिलेगी। लेकिन विश्वविद्यालय की यह शर्त बुजुर्ग छात्र को पसंद नहीं आई। इसलिए उन्होंने एलएलएम करने की अपनी इच्छा को शायद दबा दिया है।