Rajgarh. राजगढ़ में नीतू कुंवर नाम की महिला ने अपनी फूल सी बच्ची को अकेला छोड़कर दुनिया से विदा होने का कठोर निर्णय लिया। उसने अपने पति के वियोग में यह कदम उठाया है। नीतू ने खुदकुशी के पहले लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपनी मौत की जिम्मेदार खुद हूं, मैं अपने लखन के बिना नहीं जी सकती। घटना के वक्त उसके परिजन गांव गए हुए थे, गांव से जब उसकी सास और ननद घर लौटी तो नीतू मृत अवस्था में पड़ी थी वहीं उसके पास दुधमुंही बच्ची बिलख रही थी।
भाइयों ने ही उजाड़ा था सुहाग
नीतू कुंवर ने लखन से प्रेम विवाह किया था। अप्रैल के महीने में नीतू के भाइयों ने लखन को गोली मारने के बाद सब्बल घोंपकर मौत के घाट उतार दिया था। मामले की पड़ताल के बाद यह मामला ऑनर किलिंग का निकला था। इस मामले में नीतू का नाबालिग भाई, चचेरा भाई और चाचा जेल में हैं। पति की मौत के वक्त नीतू गर्भवती थी और कुछ ही दिन बाद उसने बच्ची को जन्म दिया था। गांव में उसके ससुर ने खेत में खाद डलवाने में मदद के लिए उसकी सास और ननद को गांव बुला लिया था। इस दौरान माचलपुर में वह अकेली थी, इसी दौरान उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
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मां ने लगाए हत्या के आरोप
इधर नीतू की मौत के बाद उसकी मां ने माचलपुर थाने पहुंचकर उसकी सास और ननद पर उसकी हत्या करने के आरोप लगाए हैं। नीतू की मां भागू कुंवर ने पुलिस को शिकायत का आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की है। उसका आरोप है कि लखन की मौत के बाद वह अपने हक की जमीन मांग रही थी, इसी कारण सास-ननद ने उसे रास्ते से हटा दिया।
दो गोलियां मारने के बाद गले में घोंपी थी सब्बल
5 अप्रैल को नीतू के पति लखन की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। लखन गांव के बस स्टैंड के पास ट्रैक्टर ट्राली से गेहूं अनलोड कर रहा था। उसी दौरान उसे घेरकर दो गोलियां मारी गईं और फिर सब्बल को गर्दन के आर-पार कर दिया गया था। बाद में पुलिस पड़ताल में हत्या में नीतू के भाई और चाचा ही कातिल निकले थे।