शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ कोल लेवी मामले में आज रायपुर की विशेष अदालत में सुनवाई की गई है। इस सुनवाई में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव समेत 9 लोग नोटिस के बाद भी कोर्ट में हाजिर नहीं हुए हैं। इसको लेकर प्रवर्तन निदेशालय के अधिवक्ता सौरभ पांडे का कहना है कि जिन 9 अभियुक्तों को नोटिस जारी किया गया है, उनकी तामीली या अदम तामीली को लेकर सूचना कोर्ट को नहीं है। अब इसको लेकर के 1 महीने बाद 6 जनवरी को अगली सुनवाई की जाएगी। इसके साथ ही इसी मामले में कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल के साथ उनके बेटे और दामाद को भी समन जारी किया गया है।
9 अभियुक्तों में इनका भी नाम
कोयला घोटाला मामले में आज यानी 6 दिसंबर को विशेष कोर्ट में न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने सुनवाई की है। सुनवाई के दौरान जेल में बंद आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाजिर हुए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सौम्या चौरसिया, रानू साहू समेत सारे अभियुक्त शामिल रहे हैं। इसके साथ ही भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक चंद्रदेव राय, आरपी सिंह, विनोद तिवारी समेत 9 अभियुक्तों को कोर्ट में हाजिर होना था।
कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल को भी समन
प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल को भी समन जारी किया। इसके बाद रामगोपाल अग्रवाल को आज यानी 6 दिसंबर परिवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पेश होकर पूछताछ का सामना करना था। राम गोपाल अग्रवाल के साथ बेटे वैभव अग्रवाल और दामाद नितिन अग्रवाल को भी समन जारी किया गया है। खबरें हैं कि रामगोपाल अग्रवाल, वैभव अग्रवाल और नितिन अग्रवाल आज ईडी कार्यालय में पेश नहीं हुए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
छत्तीसगढ़ में ईडी 500 करोड़ से ज्यादा के कोयला घोटाला मामले में जांच कर रही है। ईडी का आरोप है कि कोयला ट्रांसपोर्ट में 25 रुपए टन की लेवी ली जाती थी। ईडी ने इस इस मामले का किंगपिन सूर्यकांत तिवारी को बताया गया है। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि लेवी वसूलने के लिए नियमों को बदलकर उसे मैनुअल कर दिया गया। ईडी के अनुसार सूर्यकान्त तिवारी बेहद प्रभावशाली था। सूर्यकांत को असीमित शक्ति और प्रभाव पूर्व सीएम भूपेश की (निलंबित) उप सचिव सौम्या चौरसिया से मिलती थी। ईडी का आरोप है कि सौम्या चौरसिया को कोयला घोटाला और लेवी वसूली से रकम मिलती थी, जिससे संपत्ति अर्जित की।