अरुण तिवारी, BHOPAL. इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 9 दिग्गज नेता नजर नहीं आएंगे। ये वही नेता हैं जो पिछला लोकसभा चुनाव भारी मतों से जीते थे। इनके चुनाव लड़ने में एक बड़ी रुकावट आ सकती है। ये रुकावट है बीजेपी की नई गाइडलाइन। पीएम नरेंद्र मोदी नए और युवा चेहरे चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए नया पैमाना तय किया है। यदि इस गाइडलाइन के आधार पर ही टिकट बांटे गए तो 2009 में चुने गए 9 सांसद इस लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगे।
क्या है नया पैमाना, कौन से नेता रहेंगे नदारद ?
लोकसभा चुनाव में टिकट देने के लिए बीजेपी ने एक नई गाइडलाइन तैयार की है। इस गाइडलाइन के हिसाब से 3 बार या इससे अधिक सांसद रहे नेताओं को टिकट से दूर रखा जाएगा। यानी उनको इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा। इसके पीछे कारण कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए और युवा चेहरों को सांसद बनाना चाहते हैं। यदि इस गाइडलाइन ने काम किया तो प्रदेश के 9 लोकसभा क्षेत्रों में नए चेहरे नजर आएंगे।
किसके टिकट पर लटकी तलवार ?
9 चेहरों में 5 नेता ऐसे हैं जो सांसद से विधायक बन गए हैं। उनको मंत्री बनाकर केंद्रीय नेतृत्व ने ये साफ कर दिया है कि अगले 5 साल वे इसी भूमिका में रहेंगे। जाहिर है कि वे लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं होंगे। 2 सांसद विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। इनके समेत 4 सांसद ऐसे हैं जो 3 बार से ज्यादा के सांसद हैं। इसलिए इन पर टिकट कटने की तलवार लटक रही है।
लोकसभा चुनाव में नजर नहीं आएंगे ये नेता
नरेंद्र सिंह तोमर - विधानसभा अध्यक्ष
प्रहलाद पटेल - पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री
राकेश सिंह - लोक निर्माण मंत्री
उदय प्रताप सिंह - स्कूल शिक्षा मंत्री
रीति पाठक - विधायक, मंत्री नहीं बनीं तो लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना
फग्गन सिंह कुलस्ते - विधानसभा चुनाव हारे, 6 बार सांसद
गणेश सिंह - विधानसभा चुनाव हारे, 4 बार सांसद
छतर सिंह दरबार - धार सांसद, 3 बार सांसद
डॉ. वीरेंद्र कुमार - टीकमगढ़ सांसद, 7 बार सांसद
जल्द जारी होगी लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
इस बार संभावना ये भी है कि बीजेपी विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जल्द जारी कर सकती है। सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश की एक लिस्ट फरवरी में जारी हो सकती है। बीजेपी में इस बारे में विचार चल रहा है।