शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ बीजेपी ने बागियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। रामानुजगंज में बीजेपी ने जिला पंचायत सभापति राजेश यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा, अब राजेश यादव ने रामानुजगंज के बीजेपी प्रत्याशी पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। राजेश यादव का कहना है कि 2018 के चुनाव में रामविचार नेताम ने बीजेपी प्रत्याशी को हराने के लिए काम किया था।
मेरी जान को भी खतरा- राजेश यादव
राजेश यादव ने राम विचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाते हुए द सूत्र से कहा कि उनके द्वारा 2018 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी खड़ा कर भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी रामकिसुन सिंह को हराने का काम किया। अब मेरे साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना होती है तो इसकी संपूर्ण जवाबदारी राम विचार नेताम की होगी। उन्होंने जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई।राजेश यादव ने कहा कि मैं हमेशा से जनता का सेवा करते आया हूं और करते रहूंगा। मेरे जन सेवा के कार्य में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा जो मेरा निरंतर कर्म था वह जारी रहेगा।
'बीजेपी बागियों पर हमेशा सख़्त'
बीजेपी का कहना है कि बागियों का तेवर पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करती है, अब तक 10 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं या पदाधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा चुकी है। इसके लगातार जांच पड़ताल कर पार्टी विरोधी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
बलरामपुर में मामला और उलझा!
पार्टी की कार्रवाई के बाद सभापति राजेश यादव ने जो आरोप राम विचार नेताम पर लगाए हैं, उससे मामला और उलझन में फंस गया है। अपने बयान में राजेश यादव ने अपनी जान को खतरा बताया। साथ ही केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का भी जिक्र किया है कि राम विचार नेता ने जब पार्टी विरोधी गतिविधियों की थी तो राजनाथ सिंह संज्ञान में बातें रही हैं।
भाजपा कर रही चुनाव के नतीजों का इंतजार?
बीजेपी विधानसभा चुनाव 2023 में अब तक इस चुनाव में भितरघात करने वालों पर बड़े ही गुम सुम तरीके से कार्रवाई कर रही है। सूत्रों का मानना है कि बीजेपी के पास उन सभी नेताओं की लिस्ट है। जिन्होंने अपनी ही पार्टी के खिलाफ भितरघात किया है। यह माना जा रहा है कि भाजपा 3 दिसंबर को नतीजे जारी होने के बाद ऐसे नेताओं पर कठोर कार्रवाई कर सकती है। यह भी बताया जा रहा है कि ऐसे लोगों की लिस्ट चुनाव सहसंचालक मनसुख मांडवीया को सौपी जा चुकी है।