BHOPAL. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो वह गोबर भी खरीदेगी। कांग्रेस सरकार इसके लिए बकायदा पशुपालक या गोबर बेचने वाले को प्रतिकिलो दो रुपए देगी। बता दें कि सबसे पहले गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ में लागू की गई थी। जिसके तहत बीजेपी ने कांग्रेस पर 229 करोड़ रुपए के घोटाले का इल्जाम लगाया था।
सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने जारी की योजना-
वचन पत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 'गोबर खरीदी' योजना के बारे में बताया। हालांकि, वचन पत्र में कांग्रेस ने योजना की विस्तार से जानकारी तो नहीं दी है, लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने यह योजना लागू की है। छत्तीसगढ़ में इस योजना को लेकर जो हो रहा है, वह जानकर आप हैरान हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार ने गोबर खरीदकर पशुपालकों और किसानों को समृद्ध करने की योजना बनाई, लेकिन वह घोटाले की शिकार हो गई।
229 करोड़ रुपए का घोटाला-
छत्तीसगढ़ में जुलाई में विधानसभा के मानसून सत्र में गोबर घोटाले का मामला बहुत चर्चा में आया था। अकलतरा से बीजेपी के विधायक और बीजेपी के रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने जुलाई में दावा किया था कि प्रदेश सरकार ने गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में 229 करोड़ रुपए का घोटाला किया। उन्होंने कहा था कि सरकार ने जो वर्मी कंपोस्ट खाद बनाया है उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं है। जिस दौरान सरकार ने 246 करोड़ रुपए भुगतान करने के बाद केवल 17 करोड़ रुपए का सामान बेचा, बाकी 229 करोड़ रुपए का हिसाब प्रदेश सरकार ने नहीं दिया।
एक ही परिवार की 3 महिलाओं ने बेचा 282 लाख किलो गोबर ?
बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने विधानसभा में कहा था कि अकलतरा में एक परिवार की तीन महिलाओं ने 282 लाख किलो गोबर बेचा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि गोबर खरीदी को लेकर जो आंकड़े बताए गए, जहां-जहां गोबर खरीदी की मात्रा बताई गई, वहां तो गोबर रखने तक की व्यवस्था तक नहीं थी। सौरभ सिंह ने कहा था कि उतना स्टॉक ही नहीं बना, जितना यह लोग गोबर खरीदी का दावा करते हैं।
बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस का पलटवारः
बीजेपी के दावों को कांग्रेस ने खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बताया था। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा था कि बीजेपी विधायक सौरभ सिंह के आरोप तर्कहीन है। बीजेपी हमेशा से गोधन न्याय योजना के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है। 229 करोड़ों के घोटाले के आरोप में ठाकुर ने कहा कि इससे पहले बीजेपी ने प्रेस वार्ता कर 600 करोड़ का गोबर खरीदी का आरोप लगाया था। उसके बृजमोहन अग्रवाल ने 1500 करोड़ रुपए के गोबर खरीदी का आरोप लगाया था कि बीजेपी संगठित होकर गोबर खरीदी मामले में झूठ बोल रही है।
लाभार्थी की योग्यता :
जानकारी के लिए बता दें कि जो भी आवेदक छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में ऑनलाइन रजिस्टर्ड हो गए हैं उन पशुपालकों और किसानों से सरकार ने गोबर खरीद रही है। डायरेक्टर बेनेफिट ट्रांसफर के माध्यम से पैसे सीदे बैंक खाते में ट्रांसफर किये जा रहे हैं। गाय का गोबर खरीदने के बाद सरकार इसका इस्तेमाल वर्मी कम्पोस्ट खाद को बनाने के लिए करती है। ऐसा माना जाता है कि इससे जो खाद बनती है वह खेती व पेड़-पौधे के लिए अच्छी होती है। प्रदेश में गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोपालक और महिला स्व सहायता समूह की दो लाख नौ हजार सदस्यों को योजना का लाभ मिल रहा है। 257 करोड़ रुपए गौठान समिति और महिला स्व सहायता समिति सदस्यों को भुगतान हुआ है।