BHOPAL. विजय दशमी के पर्व पर पूरे प्रदेश में जगह-जगह बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन जारी है। लेकिन विधानसभा चुनाव के तहत चल रही युद्ध की तैयारी में राजनैतिक दल रावण से ज्यादा ध्यान अपने खेमे के विभीषणों पर दे रहे हैं। कांग्रेस की बात की जाए तो पार्टी ज्यादा विरोध वाली आधा दर्जन सीटों पर प्रत्याशी बदले जाने पर विचार कर रही है। इसके लिए 28 अक्टूबर को दिल्ली में बैठक भी होने जा रही है। जिन सीटों पर प्रत्याशी बदले जाने हैं उनमें सबसे पहला नाम तो बैतूल की आमला सीट का है, जहां से निशा बांगरे दावेदार थीं और अब उनका इस्तीफा भी मंजूर हो चुका है। बाकी जावरा, बड़नगर, सुमावली समेत पिपरिया और शुजालपुर की सीटें भी शामिल हैं।
निशा कह चुकीं- टिकट न मिली तो निर्दलीय लड़ेंगी
दरअसल बैतूल की आमला सीट को कांग्रेस ने निशा बांगरे के लिए ही रिजर्व करके रखा था, फिर 23 अक्टूबर की शाम अचानक मनोज मालवे का नाम घोषित कर दिया, मंगलवार को ही शासन ने निशा बांगरे का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है। निशा बांगरे ने साफ कर दिया है कि यदि कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगी। ऐसे में इस सीट से प्रत्याशी बदले जाने पर कांग्रेस विचार कर रही है।
दूसरी तरफ पिपरिया, सुमावली, जावरा और शुजालपुर में भी प्रत्याशी बदले जाने पर विचार होने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस ने जावरा से हिम्मत श्रीमाल को टिकट दिया था, जिनका जबरदस्त विरोध हो रहा है। इसी तरह सुमावली में अजब सिंह कुशवाह टिकट न मिलने से बौखलाकर बीएसपी में जा चुके हैं। इस सीट पर कुशवाह समाज के 40 हजार वोटर्स हैं। टिकट घोषित करने के बाद कांग्रेस को यह लग रहा है कि यहां से जिताऊ प्रत्याशी तो अजब सिंह ही थे। दूसरी तरफ निवाड़ी में भी बीजेपी से आए अमित राय को टिकट दिए जाने के बाद जबर्दस्त विरोध देखा जा रहा है। संभवतः इन तीनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी बदल दे।
बड़नगर और पिपरिया की भी संभावना
दूसरी ओर बड़नगर में मौजूदा विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काटा गया और राजेंद्र सोलंकी को टिकट दिया गया। इस पर भी पार्टी एक बार फिर विचार कर सकती है। वहीं पिपरिया में गुरुचरण खरे को प्रत्याशी बनाया गया जिनका स्थानीय 12 दावेदार एक साथ मिलकर विरोध कर रहे हैं। पार्टी आलाकमान इस सीट पर भी पुनर्विचार कर सकती है। वहीं शुजालपुर में भी विरोध की आग धधक रही है। यहां कांग्रेस ने रामवीर सिंह सिकरवार को टिकट दिया है। जिनका विरोध योगेंद्र सिंह बंटी कर रहे हैं। बंटी के समर्थन 3 दिन में 2 मर्तबा कमलनाथ के बंगले का घेराव कर विरोध जता चुके हैं।