BHOPAL. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव दहलीज तक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे राजनैतिक दल अपनी रणनीति के अनुसार राजनैतिक गोटियां सेट करने में काफी मशक्कत कर रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश में अपनी-अपनी यात्राएं निकाल रही हैं। दलबदल का दौर भी जारी है। ऐसे में बीजेपी के खेमे में रूठे लोगों को मनाने का दौर जारी है। बंद कमरे में हो रही बैठकों में नाराज लोगों को मनाया जा रहा है। खांटी कार्यकर्ता होने के बावजूद उपेक्षा का दंश झेल रहे लोगों से पार्टी के पदाधिकारी संपर्क कर रहे हैं। पूर्व संगठन मंत्रियों, पार्टी के संघ और प्रकोष्ठ के नेताओं और एबीवीपी के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की भी पूछपरख बढ़ गई है।
सागर संभाग के नेताओं की हुई बैठक
बीजेपी के संगठन मंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ऐसे नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। 15 सितंबर को दोनों ने सागर संभाग के नेताओं की बैठक भी ली थी। एजेंडा जन आशीर्वाद यात्रा की तैयारी का था लेकिन चुनाव में संगठन की एकता पर भी बल दिया गया। जन आशीर्वाद यात्रा के सागर संभाग में पहुंचने के बाद एक बार फिर फीडबैक लिया जा रहा है।
दलबदलू नेताओं के सोशल मीडिया एकाउंट पर भी नजर
बीजेपी नेताओं की एक टीम फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी निगाह बनाए हुए है। जो पार्टी नेता दल बदल चुके हैं, उनकी पोस्ट को कितने लोग लाइक कर रहे हैं। उनमें कितने बीजेपी कार्यकर्ता हैं। स्पेशली ग्वालियर संभाग के नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट से आ रही बगावती तेवरों की बू के चलते पूर्व संभागीय संगठन मंत्री वेदप्रकाश ने ऐसे नेताओं के साथ बैठक भी की।
नाराज कांग्रेसियों पर भी निगाह
इसी बीच कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ताओं और नेताओं पर भी बकायदा नजर रखी जा रही है। चुनाव से पहले दलबदल का लंबा दौर चल सकता है। अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मोनिका मनमोहन शाह बट्टी के बीजेपी का दामन थामने के बाद माना जा रहा है कि अन्य दलों और संगठनों के लोगों को भी बीजेपी में एंट्री दिलाई जा सकती है। पार्टी नेता निरंतर इसके प्रयास कर रहे हैं।