Raipur. रायगढ़ के एक्सिस बैंक डकैती मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। घटना के बाद से फरार चल रहे शेरघाटी गैंग के डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गैंग के 2 और बदमाशों को पकड़ लिया है। इसके लिए पुलिस स्पेशल टीम को गैंग के फरार आरोपियों के पीछे लगाया था। सीएसपी अभिनव उपाध्याय के साथ टीम ने बिहार, झारखंड पतासाजी शुरु की थी, जिसके बाद बिहार के गया जिले में रेड कर गैंग के 02 डकैतों जिनके नाम निलेश उर्फ नीतीश जादव और पवन उर्फ पंकज जादव को हथियार समेत गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है।
स्पेशल टीम को मिली सफलता
बैंक डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद ये आरोपी ट्रेन से रायगढ़ से बिहार की ओर भाग गए थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फरार होने बाद बड़ी चालाकी दिखाई, जिसमें न उन्होंने फोन इस्तेमाल किया और न ही किसी तरह की कोई गलती की। जिसके बाद एसपी सदानंद कुमार ने स्पेशल टीम बनाकर फरार आरोपियों की तलाश में रवाना किया। आरोपियों को पकड़ने कोई कसर न रहे इसके लिए एसपी ने खुद पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग की है। वहीं स्पेशल टीम ने टेक्निकल इनपुट और ह्यूमन इंटेलिजेंस के साथ बड़ी सूझबूझ के दोनों हथियाबंद डकैतों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इनके पास से पुलिस को एक पिस्टल, एक कट्टा, पिस्टल के 10 जिंदा राउंड, कट्टा के 6 जिंदा राउंड, 2 बाइक और 2 मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
रायगढ़ में की थी बैंक डकैती
रायगढ़ में इन शेरघाटी गैंग के इन डकैतों ने 19 सितंबर की सुबह हथियारों के साथ रायगढ़ के ढिमरापुर चौक स्थित एक्सिस बैंक की मुख्य शाखा में डकैती की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें डकैत बैंक से नकद 4.19 करोड रूपये और 78 पैकेट सोने के जेवरात (वजन- 2 किलो 91 ग्राम) कुल 5.62 करोड़ रूपये लेकर अलग-अलग वाहनों से फरार हो गए थे। इसके बाद ने पुलिस टीम ने मामले में शत प्रतिशत बरामदगी करते हुए शेरघाटी गैंग बिहार के 05 डकैत- राकेश कुमार गुप्ता, उपेंद्र सिंह, निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो उर्फ राजेश दास, राहुल कुमार सिंह, अमरजीत कुमार को गिरफ्तार कर आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया था। अब इस मामले में बचे हुए 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कड़ी से कड़ी जोड़कर बदमाश तक पहुंची पुलिस
सीएसपी अभिनव ने रायगढ़ से ही अपनी स्पेशल टीम को अलग-अलग टास्क देकर आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाने हेतु निर्देश दिए। टेक्निकल इनपुट की कमी होने के बावजूद भी स्पेशल टीम एसएसपी सदानंद कुमार से परमीशन लेकर दिगर राज्य आरोपियों की पतासाजी हेतु रवाना हुई। पूछताछ के दौरान स्पेशल टीम को पता चला था कि फरार आरोपियों के द्वारा टाटानगर (झारखंड) में विगत तीन माह से एक कमरा किराये में लिया गया था जिसे वे बिहार और छत्तीसगढ़ के बीच छिपने के ठिकाने के रूप में इस्तेमाल करते थे। स्पेशल टीम द्वारा बड़ी मशक्कत के पश्चात सबसे पहले टाटानगर के कमरे की पहचान की गई और वहां रेड किया गया लेकिन वह कमरा बंद मिला। गिरफ्तार आरोपी निलेश से अन्य फरार आरोपियों के संबंध में पूछताछ की गई, उसके द्वारा सिर्फ एक फरार आरोपी पवन उर्फ पंकज जाधव की जानकारी होना बताया।
आगे क्या हुआ
आरोपी निलेश ने यह भी बताया कि पवन के द्वारा गिरफ्तारी से बचने हेतु कोई मोबाइल का उपयोग नहीं किया जा रहा है और फरार आरोपी पवन के सूर्यमंडल चौक, बाराचट्टी में मिलने की संभावना जताई जिस पर सीएसपी अभिनव और प्रशांत पंडा भेष बदलकर खलासी के रूप सूर्यमंडल चौंक के आसपास रेकी करने गये । इस दौरान आरक्षक प्रशांत पंडा द्वारा सूर्यमंडल चौक पर स्थित एक दुकान में आरोपी पवन की पहचान की गई । टीम को बुलाने का समय नहीं होने की वजह और आरोपी के फरार होने की संभावना को देखते हुये सीएसपी अभिनव और आरक्षक प्रशांत पंडा द्वारा स्वयं दुकान के अंदर घुसकर आरोपी पवन उर्फ प्रकाश जाधव को धर दबोचा गया। तत्काल पूरी टीम को बैकअप हेतु बुलाया गया एवं आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी कर स्पेशल टीम स्थानीय थाना को सूचना देकर रायगढ़ हेतु रवाना हुई ।