CHHATARPUR. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुंदेलखंड के दो दिनों के दौरे पर हैं। इस दौरान बीजेपी-कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने पहुंचे हैं। वहीं अखिलेश यादव की कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की फोटो वायरल होने पर जिले की सियासत में हलचल मच गई। इस पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि कांग्रेस की लिस्ट आने से पहले क्या साईकिल पर चढ़ने की तैयारी है।
उठे सवालः
अखिलेश यादव के पहले दिन के दौरे पर कांग्रेस के पूर्व विधायक शंकरप्रताप सिंह मुन्नाराजा, उनके पुत्र सिद्धार्थ शंकर बुंदेला और छतरपुर के पूर्व मंडी अध्यक्ष डीलमणि सिंह बब्बू राजा उनसे मिलने पहुंचे। जिसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। तस्वीरों को देख उन पर सवाल उठाए गए हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
आदिवासी परिवार के घर भोजन करेंगे अखिलेश
अखिलेश यादव खजुराहों में दो दिनों के प्रवास पर हैं। इस दौरान वह राजनगर विधानसभा के सिंगारो गांव में एक आदिवासी परिवार के घर भोजन करने जाएंगे। बता दें कि खजुराहो में आयोजित एक प्रेस वार्ता के माध्यम से अखिलेश ने कहा कि इंडिया का नाम भारत होना चाहिए वह इसका समर्थन भी करते हैं लेकिन बेवजह भारतीय जनता पार्टी के लोग इसको मुद्दा बना रहे हैं। इनका कहना है कि 'इंडिया' से भारतीय जनता पार्टी घबरा गई थी इसलिए इंडिया से डर कर अब वह भारत करने जा रही है और हमें घमंडिया कहती है।
ये खबर भी पढ़ें...
सपा खजुराहो से अपना प्रत्याशी बदल सकती है-
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने खजुराहो में जिला पंचायत सदस्य बबलू पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है, लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि सपा खजुराहो से अपना प्रत्याशी बदल सकती है। दरअसल, शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा कांग्रेस से राजनगर विधान सभा से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की टिकट का इशारा विधायक विक्रम सिंह नातीराजा के लिए हो जाने के कारण वे बागी तेवर अपनाए हुए हैं। हालांकि, मुन्ना राजा अभी कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी होने तक इंतजार करने के मूड में हैं। वहीं बब्बू राजा छतरपुर से टिकट की मांग कांग्रेस से कर रहे है, हालांकि छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी का टिकट लगभग पक्का हो जाने के कारण बब्बू राजा भी साइकिल की सवारी का इस बार मूड बना चुके हैं। बब्बू राजा भी मुन्ना राजा की तरह कांग्रेस की लिस्ट आने का इंतजार कर रहे है।
ये खबर भी पढ़ें...
पूर्व विधायक ने पहले भी की थी बगावत
पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह कांग्रेस से पहले भी बगावत कर चुके हैं। पहली बार 2008 में जब उन्होंने राजनगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा था और उनकी जगह विक्रम सिंह नातीराजा को कांग्रेस ने टिकट दे दिया था तब उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा था। चुनाव में वे नातीराजा से पराजित हो गए थे इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। लेकिन, बीजेपी में भी इनका मन नहीं लगा और फिर दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पिछले बार भी 2018 के चुनाव में शंकर प्रताप सिंह ने राजनगर विधानसभा से कांग्रेस का टिकट मांगा था लेकिन उन्हें बिजावर से टिकट दे दिया गया था, जहां उनकी बुरी तरह से हार हुई थी, इस बार वह फिर राजनगर विधानसभा से टिकट मांग रहे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी नाती राजा का टिकट काटने को तैयार नहीं हैं। लिहाजा एक बार फिर अब शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा बागी तेवर अपनाए हुए हैं। इसी तरह छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से डीलमणि सिंह बब्बू राजा लगातार कांग्रेस का टिकट मांगते आए हैं लेकिन उन्हें आज तक कांग्रेस ने तवज्जो नहीं दी। 2013 का चुनाव उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से लड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी की हार का कारण भी वे बने थे, पिछले विधानसभा चुनाव में बब्बू राजा ने कांग्रेस प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी का समर्थन कर दिया था, जिससे कांग्रेस यहां चुनाव जीत गई थी लेकिन इस बार फिर से वह चुनाव लड़ने के मूड में हैं और बागी तेवर अपनाए हुए हैं।