BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार का शोर बुधवार 15 नवंबर को खत्म हो गया। इसी के साथ यह साफ हो गया है कि कांग्रेस और बीजेपी का फोकस किन इलाकों पर रहा। कांग्रेस-बीजेपी के किन-किन नेताओं ने चुनाव में अपनी ताकत झोंकी। किसने कितनी सभाएं कीं। किन नेताओं ने किन इलाकों में मोर्चा संभाला। बीजेपी की ओर से सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और तमाम केंद्रीय मंत्री मप्र में डटे रहे। वहीं कांग्रेस की ओर से पीसीसीस चीफ कमलनाथ, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई वरिष्ट कांग्रेस नेताओं ने अपनी ताकत झोंकी। जानते हैं कि इस चुनाव प्रचार में क्या-क्या हुआ।
बीजेपी की ओर से किन बड़े नेताओं की कितनी सभाएं
पीएम मोदीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौर में 7 दिन एमपी आए और 15 सभाएं व रोड शो किए।
अमित शाहः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी चुनाव प्रचार के लिए 7 दिन एमपी में रहे और 21 सभाएं व रोड शो किए।
ज्योतिरादित्य सिंधियाः केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ताकत झोंकते हुए 17 दिन में 80 सभाएं कीं।
प्रहलाद पटेलः केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने 15 दिन में 40 सभाएं कीं।
नरेंद्र सिंह तोमरः केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 14 दिन में 38 सभाएं कीं।
सीएम शिवराजः सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मप्र की लगभग सभी सीटों को साधा। उन्होंने 28 दिन में 160 सभाएं कीं।
वीडी शर्माः मप्र बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 21 दिन में 55 सभाएं कीं।
किस इलाके पर रहा पीएम मोदी का ध्यान
पीएम मोदी ने मप्र में चुनाव प्रचार के दौर में 7 दिन में 15 सभाएं व रोड शो किए। पीएम का सबसे ज्यादा ध्यान मालवा-निमाड़ पर रहा। उनकी 15 में से 7 सभाएं मालवा-निमाड़ में ही हुईं। मालवा-निमाड़ में विधासभा की 66 सीटें आती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस ने 35 सीटों पर कब्जा किया था। पीएम मोदी ने मालवा-निमाड़ के अलावा मध्य और महाकौशल में एक-एक, बुंदेलखंड, विंध्य और ग्वालियर-चंबल में दो-दो सभाओं को संबोधित किया।
अमित शाह ने कहां संभाला मोर्चा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 दिन एमपी में रहे और 21 सभाएं व रोड शो किए। शाह का ध्यान ग्वालियर-चंबल, महाकौशल और मालवा-निमाड़ पर रहा। कुछ सभाएं उन्होंने मध्य भारत, विंध्य और बुंदेलखंड में भी की।
अन्य राज्यों से लगे इलाकों की रणनीति
यूपी से लगे मप्र के जिलों में बीजेपी की ओर से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य की सभाएं हुईं।
महाराष्ट्र से लगे मप्र के जिलों में महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री फडणवीस की सभाएं हुईं।
गुजरात से लगे मप्र के जिलों में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल की सभाएं हुईं।
ये रहे बीजेपी के चुनावी मुद्देः
1. सनातन,राम मंदिर
2. कांग्रेस सरकार का भष्टाचार
3. दिग्विजय के शासन की खराब सड़कें
4. परिवारवाद
5. केंद्र व मप्र सरकार की योजनाएं
6. लाड़ली बहना योजना
ऐसा रहा कांग्रेस का चुनाव प्रचार
राहुल गांधी की कितनी सभाएं: मप्र चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पांच दिन 10 जिलों में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने 13 सभाएं और दो रोड शो किए।
प्रियंका गांधी की कितनी सभाएं: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मप्र में 6 दिन में 9 जिलों को कवर किया। इस दौरान उन्होंने 10 सभाएं और एक रोड शो किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे की कितनी सभाएं: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मप्र में अपना दम दिखाते नजर आए। उन्हों ने 9 सभाएं की।
कमलनाथ की कितनी सभाएं: पीसीसी चीफ व पूर्व सीएम कमलनाथ ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी। उन्होंने 114 सभाएं की।
ये रहे कांग्रेस के चुनावी मुद्दे
1. बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस ने किया डैमेज कंट्रोल
2. सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिये मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश
3. कांग्रेस की आर्थिक योजनाएं बताई गईं।
4. जातिगत जनगणना
5. बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार का मुद्दा
6. सीधी में हुए पेशाब कांड
अन्य दलों की सभाएं
बीएसपी की ओर से बीएसपी चीफ मायावती ने 9 सभाएं की।
समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव ने 13 सभाएं की।
आम आदमी पार्टी की तरफ से अरविंद केजरीवाल ने 6 सभाएं की।