संजय गुप्ता, INDORE. विधासनभा चुनाव के पहले कांग्रेस-बीजेपी दोनों में चली दल-बदल लहर के बीच अब बीजेपी नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे और कांग्रेस शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए कि वह पार्टी बदलना चाहते थे। रणदिवे ने आरोप लगाया है कि ''चड्ढा तीन महीने पहले बीजेपी में शामिल होने के लिए मेरे पास आए थे। इस पर चड्ढा बौखला गए और कहा कि गौरव बहुत गलत आरोप मुझ पर लगा रहे हैं, मैं गौरव पर मानहानि का केस करूंगा। मैं दावा कर रहा हूं कि आपने खुद ने कहा था कि मुझे कांग्रेस में ले लो।
गौरव रणदिवे ने यह कहा चड्ढा के पाला बदलने पर
इंदौर प्रेस क्लब में बुधवार को आमने-सामने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा के बीच आमना सामना हुआ। आमने-सामने में मीडिया के सवाल के जवाब देते हुए रणदिवे ने कहा कि कांग्रेस में परिवार वाद हावी है। सुरजीत सिंह जब अध्यक्ष नहीं बने थे, उसके तीन महीने पहले मेरे पीछे पड़े थे कि मुझे बीजेपी में ले लो। सुरजीत सिंह ने पूरी ताकत लगाई थी की जुगाड़ करके मैं भी बीजेपी मे आ जाउं।
चड्ढा बोले गौरव प्रमाण दें तो आज ही राजनीति से सन्यास
गौरव के आरोप पर सुरजीत सिंह ने कहा कि अगर आप इस का प्रणाम दे देंगे तो मैं आज राजनीति से संन्यास ले लूंगा। गौरव भाई इस तरह से झूठ बोलना आपको शोभा नहीं देता है। देवेंद्र सिंह सामने बैठे हैं वह बता देंगे कि आप यूथ कांग्रेस में थे। आप मुझ पर इस तरह से झूठा आरोप नहीं लगा सकते। मैं आप के ऊपर मानहानि का दावा करूंगा। आपके पास मेरा नंबर भी नहीं है। मैं दावा कर रहा हूं कि आपने खुद ने कहा था कि मुझे कांग्रेस में ले लो। आप पुराने एनएसयूआई कार्यकर्ता है और हमारे परिवार के ही है।
बीजेपी ने परिवारवाद के आरोप लगाए तो चड्ढा ने उनके नेता बता दिए
चड्ढा ने तंज कसा कि बीजेपी युवाओं की बात करती है तो फिर गौरव रणदिवे जैसे ऊर्जावान युवा को टिकट क्यों नहीं दिया? इस पर गौरव बोले कि हमारे यहां (बीजेपी में) लोकतंत्र चलता है, कांग्रेस में परिवारवाद है। इस पर चड्ढा ने बीजेपी के परिवाद को लेकर उदाहरण रख दिए कि इंदौर विधानसभा तीन से विधायक कौन बने थे (कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश), इंदौर विधानसभा चार से कौन टिकट मांग रहा था ( विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य), देपालपुर से चुनाव लड़ रहे उनके पिता कौन थे ( पूर्व मंत्री निर्भय सिंह पटेल), सावन सोनकर कौन है? मेरे पिता (उजागर सिंह चड्ढा) और मैं जीतकर पार्षद बना था। आप पेराशूट एंट्री हैं। मैं पेराशूट से आकर अध्यक्ष नहीं बना हूं।
इस दौरान गौरव रणदिवे ने पहले अपनी बात रखते हुए बीजेपी सरकार में अब तक किए गए कार्यों की बात कहीं तो वहीं सुरजीत सिंह ने कहा की बीजेपी इस चुनाव में महंगाई और बेरोजगारी जैसे प्रमुख मुद्दों पर बात करने की जगह धर्म की बातें कर ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं।