संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक विज्ञापन ने बुधवार सुबह-सुबह पूरी बीजेपी को सकते में डाल दिया। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी प्रमुख अखबारों के फ्रंट पेज पर एक बड़ा फुल पेज विज्ञापन जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपनी विविध योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया है कि हर परिवार को महीने के 15 हजार रुपए यानी हर साल 1 लाख 80 हजार की आर्थिक मदद मिलेगी। बीजेपी के विधि प्रकोष्ठ ने इस पर कड़ी आपत्ति लेते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है और इसे मतदाताओं को प्रभावित और भ्रमित करने वाला बताया है।
कैसे भ्रमित कर रहा ये विज्ञापन
इंदौर विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ता पंकज वाधवानी ने कांग्रेस के विज्ञापन की शिकायत चुनाव आयोग से की है। वाधवानी ने अपनी शिकायत में कहा है कि मध्यप्रदेश की जनसंख्या 7 करोड़ 50 लाख के यानी करीब 1 करोड़ परिवार है। कांग्रेस जिस हिसाब से मदद की बात कर रही है उसे हिसाब से हर साल 1.80 लाख करोड़ की मदद देनी होगी, जबकि मध्यप्रदेश की सालाना आय 1.95 लाख करोड़ और खर्च 2.47 लाख करोड़ है। अभी मध्यप्रदेश हर साल 52 हजार करोड़ घाटे में है।
24 घंटे में खंडन की मांग
बीजेपी की ओर से अधिवक्ता पंकज वाधवानी द्वारा की गई शिकायत में इस विज्ञापन को मतदान से 24 घंटे पहले प्रभावित करने वाला विज्ञापन बताया गया है, जिससे भ्रमित किया जा रहा है और ये चुनावी आचार संहिता के एकदम खिलाफ है। वाधवानी ने कहा कि हमने आयोग से मांग की है कि वे कांग्रेस को निर्देश दें कि वो विज्ञापन का खंडन 24 घंटे के भीतर छापे। ये पूरी तरह से नियमों का उल्लंघन है।