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Balaghat. मप्र के विधानसभा चुनाव में अलग-अलग रंग नजर आ रहे हैं। अब तो एक मंत्री पिता ने ही बेटी के टिकट पर सियासत का ‘खेल’ कर दिया। हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री गौरीशंकर बिसेन की। जिन्होंने गुरुवार (26 अक्टूबर) को बालाघाट विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है। पहले गौरीशंकर बिसेन ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। इसके बाद बीजेपी ने उनकी बेटी मौसम बिसेन को उम्मीदवार बनाया है। नामांकन दाखिल करने के बाद मंत्री बिसेन ने कहा, बेटी की तबीयत खराब है। इस कारण मैंने अपना नामांकन दाखिल किया है। मामले में अब तक बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आ सकी है। राजनीतिक सूत्रों की ओर से बताया जा रहा है कि बिसेन का यह कदम पूर्व नियोजित था, जिससे कांग्रेस भ्रमित हो जाए।
सात बार विधायक रह चुके हैं गौरीशंकर
गौरीशंकर बिसेन बालाघाट सीट पर सात बार के विधायक और दो बार के सांसद रह चुके हैं। वे मप्र सरकार में मंत्री भी हैं। बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार नहीं बदला है। ऐसे में गौरीशंकर बिसेन का नामांकन फॉर्म भरना सियासी चर्चा का बिषय बना हुआ है। हालांकि अभी नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख के लिए समय बचा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि मौसम बिसेन भी जल्द ही अपना नामांकन फॉर्म दाखिल करेंगी। बता दें कि मध्य प्रदेश 230 सीटों के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को वोटिंग होनी है। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा।
मंत्री बिसेन यह बताई वजह
मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने नामांकन भरने के बाद कहा, बेटी की तबीयत खराब है। आने वाले समय में इस विधानसभा सीट से कोई परेशानी नहीं हो, इसलिए मैंने यहां से नामांकन भर दिया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही बेटी की तबीयत ठीक होगी वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगीं। उन्होंने बताया कि मौसम बिसेन सिकलसेल से पीड़ित हैं।
मंत्री बनाए गए हैं बिसेन
बता दें, जातिगत और क्षेत्रगत समीकरण साधने के लिए बीजेपी ने गौरीशंकर बिसेन को मंत्री बनाया है। गौरीशंकर बिसेन को चुनाव से कुछ समय पहले ही मंत्री बनाया गया है। बिसेन पार्टी के सीनियर नेता हैं और अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उनके नामांकन दाखिल करने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।