BHOPAL. मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शानदार जीत मिली है। सूबे की 230 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 163 सीटें आई हैं, वहीं कांग्रेस को 66 पर हार का सामना करना पड़ा। शिवराज सिंह ने प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। वह सुबह पांच बजे से लेकर रात 12 बजे तक हर वक्त प्रचार में जुटे रहे। शिवराज सरकार की लाड़ली बहना योजना ने उनके पक्ष में माहौल बदला।
जातिगत सीटों का गणित
वहीं मप्र में रिजल्ट आने के बाद ये साफ हो गया है कि शिवराज मध्य प्रदेश के ‘लाड़ले मामा’ हैं। महिलाओं के बीच उनकी अच्छी खासी अपील है। राज्य में 47 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। आदिवासी 47 सीटों में 24 सीटें बीजेपी के पास है, जबकि 21 सीटें कांग्रेस के पास है। एक सीट भारत आदिवासी पार्टी का कैंडिडेट जीता है। 2003 में जब बीजेपी ने कांग्रेस से सरकार छीनी छीनी थी, उस वक्त 41 सीटें आरक्षित थी। इसमें बीजेपी ने 37 जीत ली थीं। वहीं 2008 में 47 सीटें आरक्षित हो गईं, जिसमें से बीजेपी ने 29 जीतीं और कांग्रेस ने 17।
एससी सीटों पर भी BJP की बादशाहत
बीजेपी ने 35 में 26 सीटों दलित (एससी) सीटों पर जीत हासिल की है। 2018 में कांग्रेस के खाते में 17 और बीजेपी के खाते में 18 सीटें आई थी।