गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट में सरगुजा क्षेत्र से एक मंत्री समेत 4 विधायकों का टिकट काटा है। टिकट कटने के बाद इन विधायकों में पार्टी के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही हैं। अब बीजेपी सहित अन्य पार्टियां इन विधायकों को अपने खेमे में लाने के लिए संपर्क कर रही हैं। रविवार को पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सामरी विधायक चिंतामणि महाराज से मुलाकात की और उनसे बीजेपी में शामिल होने का न्यौता दिया। इसी बीच चिंतामणि महाराज ने अंबिकापुर से टिकट की शर्त रख दी।
बीजेपी से की अंबिकापुर से प्रत्याशी बनाने की मांग
कांग्रेस से टिकट कटने के बलरामपुर के सामरी से विधायक चिंतामणि महाराज ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी उन्हें अंबिकापुर से प्रत्याशी बनाएगी तो वह पार्टी में शामिल हो जाएंगे। दरअसल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल रविवार को कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के गांव पहुंचे और उनसे मुलाकात की। इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल और उनके बीच बातचीत हुई है। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और संजय श्रीवास्तव भी थे। अब चिंतामणि महाराज के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है।
जानें क्या बोले चिंतामणि महाराज
चिंतामणि महाराज ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मैनें अंबिकापुर विधानसभा से टिकट की मांग रखी है। यदि ऐसा होता है, तो ही कोई फैसला लेंगे। उन्होंने बताया कि बीजेपी उन्हें लोकसभा का टिकट देने के लिए तैयार है। बृजमोहन अग्रवाल ने उन्हें इसकी जानकारी दी है। महाराज ने आगे कहा कि 2010 में बीजेपी धोखा दे चुकी है। हालांकि चिंतामणि महाराज की शर्त के बाद बीजेपी नेता लौट गए। बता दे कि गहिरा गुरु के बेटे चिंतामणि महाराज सामरी से पहले लुण्डा के विधायक रह चुके हैं। इस बार सामरी से कांग्रेस ने उनकी जगह विजय पैकरा को प्रत्याशी बनाया है। टिकट कटने के बाद वे पार्टी से नाराज चल रहे हैं।
गोंगपा में चले गए विनय जायसवाल
इधर, मनेंद्रगढ़ से विधायक डॉ. विनय जायसवाल कांग्रेस छोड़कर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) का दामन थाम लिया है। जल्द ही इसकीऔपचारिक घोषणा भी कर दी जाएगी। खबर है कि मनेंद्रगढ से टिकट की शर्त पर ही विनय जायसवाल ने कांग्रेस से बगावत की है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में मनेंद्रगढ़ से विधायक डॉ. विनय जायसवाल का टिकट काटकर वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद डॉ. जायसवाल ने शनिवार शाम से मनेंद्रगढ़ में जनसंपर्क किया था। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने चिरमिरी में आयोजित गरबा महोत्सव में भी अपना दर्द बयां किया था।
बृहस्पति सिंह से बीजेपी ने किया किनारा
टिकट कटने के बाद एक बार फिर उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के खिलाफ मुखर होने वाले विधायक बृहस्पति सिंह से बीजेपी ने दूरी बना रखी है। इसकी वजह है बीजेपी के दिग्गज नेता रामविचार नेताम से भी उनके खराब संबंध। बता दे कि बीजेपी ने रामानुजगंज सीट से पूर्व विधायक रामविचार नेताम को टिकट दिया है। नेताम से भी बृहस्पति का टकराव होते रहा है। इसलिए बीजेपी वाले उन संपर्क नहीं कर रहे है। बृहस्पति सिंह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं।
कांग्रेस ने काटा टिकट, टेकाम फिर भी खामोश
प्रतापपुर से पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम छह बार के विधायक और अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से मंत्री रह चुके हैं। टीएस सिंहदेव के करीबी माने जाने वाले इस विधायक को चुनाव कुछ समय पहले मंत्रिमंडल से हटाया गया था। और अब टिकट भी नहीं दिया गया है। अविभाजित मध्यप्रदेश में उत्कृष्ट विधायक का अवार्ड जीत चुके टेकाम फिलहाल खामोश हैं और पार्टी की ओर से दोहरा झटका मिलने के बाद भी खामोश हैं। टेकाम का कहना है कि पार्टी ने कुछ सोचकर ही उन्हें टिकट नहीं दिया है। वहीं सीएम भूपेश बघेल ने पहले ही कह रखा है कि जिन्हें अभी रोका गया है, उन्हें आगे बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।