वेंकटेश कोरी. JAWALPUR. सियासत में वादे और दावे करना कोई नई बात नहीं है, यहां तक की नेता अपनी जीत और सियासत में कामयाबी हासिल करने के लिए अलग-अलग संकल्प भी लेते हैं। लेकिन, जबलपुर के एक नेता के संकल्प के बारे में सुनकर आप भी हैरत में पड़ सकते हैं। दरअसल, इस नेता ने ले रखी है टिकट प्रतिज्ञा- यानी अपने समाज के 10 लोगों को टिकट दिलवाने के लिए इस नेता ने अनूठी टिकट प्रतिज्ञा ले रखी है। जबलपुर के रहने वाले बीजेपी नेता रवि करण साहू अपने साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं लिहाजा समाज के लिए विधायक के 10 टिकटों की मांग करते हुए उन्होंने पिछले एक साल से जूते चप्पल भी त्याग दिए हैं, वे जहां भी जाते हैं नंगे पैर ही जाते हैं।
कैबिनेट मंत्री का प्राप्त है दर्जा-
जबलपुर के रहने वाले रवि करण साहू मध्य प्रदेश साहू समाज के अध्यक्ष हैं लिहाजा पिछले लंबे समय से वे सामाजिक जन जागरण के कामों में भी लगे हुए हैं। अलग-अलग जिलों में जाकर उन्होंने समाज को संगठित करने के लिए अनेक प्रयास किए, इसी दौरान उन्हें लगा कि एक-एक विधानसभा में 30 से 40 हजार साहू समाज के मतदाताओं के होने के बावजूद भी प्रदेश की विधानसभा में समाज का प्रतिनिधित्व बेहद कम है। इसी को देखते हुए उन्होंने समाज के लिए 10 टिकट देने की मांग सभी राजनीतिक दलों से की है। समाज के लिए लगातार किए जा रहे कामों को देखते हुए हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने रवि करण साहू को मध्य प्रदेश तेल घानी बोर्ड का अध्यक्ष बनते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी प्रदान किया है।
बीजेपी को सौंपी 29 नाम की सूची-
मध्य प्रदेश तेल घानी बोर्ड के अध्यक्ष रवि करण साहू समाज के लोगों को विधानसभा की टिकट दिलाने के लिए सभी पार्टियों से मांग कर रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के अध्यक्ष वीडी शर्मा को 29 ऐसे नामों की सूची भी सौंपी है जिन्हें विधानसभा के चुनाव में टिकट दिए जा सकते हैं, टिकट के लिए अनूठी प्रतिज्ञा लेने वाले रवि करण साहू का कहना है कि समाज के लोगों को प्रशिक्षित करने और उन्हें जागरूक करने के लिए अगर प्रशिक्षण देने की भी जरूरत पड़ी तो वे इसके लिए भी तैयार हैं।
समाज के 10 विधायक बनें तो पूरा होगा संकल्प-
साहू समाज के 10 लोगों को विधायक बनवाने के लिए जन जागरण कर रहे रवि करण साहू पिछले एक साल से जूते चप्पल नहीं पहन रहे हैं उनका कहना है कि अगर इस बार के विधानसभा चुनाव में उनका संकल्प पूरा नहीं होगा तो 5 सालों का और भी इंतजार कर सकते हैं उनका कहना है कि समाज के 10 विधायकों को विधानसभा में भेजना ही उनका खास लक्ष्य है।