शिवम दुबे, Raipur. 3 दिसंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए है। इस परिणामों में भाजपा ने कांग्रेस सत्ता छीन ली है। नतीजों के बाद सियासत गरमाई हुई है। वहीं बीजेपी की जीत के बाद आज सुबह 11 बजे कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर, मनसुख मंडविया और नितिन नवीन विधायकों से मुलाकात करेंगे। बीजेपी का कहना है कि इस मुलाकात में वरिष्ठ नेता विधायकों के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद अगले 48 घंटों में कभी भी विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। जब यह बैठक होगी तब मुख्यमंत्री का नाम तय होगा।
छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा CM फेस ?
छत्तीसगढ़ बीजेपी में मुख्यमंत्री को लेकर हलचल तेज हो गई है। इस रेस में कई नाम शामिल है। इसमें सबसे ऊपर रायगढ़ से विधायक ओपी चौधरी और राजनांदगांव से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का नाम गिना जाता है। इसी रेस में अजय चंद्राकर, अरुण साव गोमती साय नामों में भी मुहर लग है। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी हमेशा चौकाने वाले फैसले लेती आई है।
भूपेश बघेल ने दिया सीएम पद से इस्तीफा
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। पार्टी ने विधानसभा की 90 सीटों में से 54 सीटें जीत ली, वहीं पुरानी पार्टी को 35 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव में मिली 68 सीटों से बहुत दूर हैं। वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को एक सीट जीती। वहीं, इस करारी हार के बाद भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
क्यों बन सकते हैं ये मुख्यमंत्री?
ओपी चौधरी को मुख्यमंत्री का चेहरा इसलिए भी मान रहे हैं क्योंकि चौधरी अमित शाह के बेहद करीबी तो हैं ही इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के सामने उनकी अच्छी छवि है। वहीं रमन सिंह ने प्रदेश की कमान 15 सालों तक संभाली है और बीजेपी आलाकमान की नजर में बेहद ही भरोसेमंद नाम हैं। राजनीति के गलियारों में यह महिला मुख्यमंत्री को लेकर भी चर्चा तेज है। इसलिए पत्थलगांव से विधायक बनी गोमती साय का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं। इसके साथ ही अरुण साव और अजय चंद्राकर के नाम के सामने भी विधायक दल मुख्यमंत्री लिख देता है तो इसमें भी कोई हैरानी की बात नहीं होगी। ऐसा इसलिए क्यों कि प्रदेश की राजनीति में अजय चंद्राकर और अरुण साव बेहद कद्दावर माने जाते हैं।