BILASPUR. छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया। अरुण साव ने प्रदेश सरकार पर घोटालों के ऊपर घोटालों का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में शराब घोटाला, कोयला घोटाला सबकी जानकारी में है, लेकिन अब कस्टम मिलिंग की राशि में घोटाला भी उजागर हुआ है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कस्टम मिलिंग की राशि 40 रुपए से बढ़ाकर 120 रुपए कर दी गई। ईडी ने ये घोटाला उजागर किया है कि किस तरह मार्कफेड के अधिकरियों ने सिर्फ करप्शन के लिए यह सब किया। इस घोटाले में 175 करोड़ रुपए की वसूली हुई है। ऐसा करप्शन हिंदुस्तान में कहीं नहीं होगा, जो 5 सालों में छत्तीसगढ़ में हुआ है।
बीजेपी ने अफसरों को दी चेतावनी
अरुण साव ने अधिकरियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता के प्रति उनकी जबावदारी को निभाएं। अधिकारी मुख्यमंत्री और मंत्री के कहने पर भ्रष्टाचार में शामिल ना हो अन्यथा जो भी अधिकारी इसमें शामिल हो रहे हैं वो बख्से नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव का बिगुल बज चुका है, इसके साथ घोटालेबाजों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अरुण साव ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के तुष्टिकरण वाले आरोप का जवाब देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा तुष्टिकरण और सांप्रदायिक वाली कोई पार्टी है तो कांग्रेस है, जिस तरह से कवर्धा में हुए विवाद पर जो कार्रवाई हुई उसको सांप्रदायिकता कहा जाता है, जिस प्रकार से पीड़ितों को जेल भेजा गया वह क्या है।
अरुण साव ने यह भी कहा
उन्होंने कहा कि बिरनपुर में जिस तरह से लव जिहाद के मामले में भुनेश्वर साहू की हत्या हुई, पीड़ित परिवारों को पुलिस ने सताया, झूठे मुकदमों में जेल भेज दिया गया। हत्या का केस बनाया गया, आगजनी का मामला बनाया गया जिस पर कोर्ट ने भी कहा कि बिना किसी आधार पर 8 युवाओं को जेल भेजा गया, जिसकी जांच हो, इसको सांप्रदायिकता कहते हैं । दुर्ग जिले में मलकीत सिंह की हत्या की गई, धर्मांतरण का विरोध करने वालों को जेल भेजने का काम कांग्रेस सरकार करती है, ये सांप्रदायिकता है। सैलजा जी को अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड लेना चाहिए। मोहला मानपुर में जो हत्या हुई है उसमें भी स्वीकार किया गया कि वह बीजेपी का कार्यकर्ता है, राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं को टारगेट करके मारा जा रहा है।