JAIPUR.राजस्थान में 5 साल में सरकार बदलने की परंपरा फिर बरकरार है। राजस्थान में बीजेपी बड़ी जीत के साथ सरकार बनाने जा रही है। चुनावी परिणाम के अब तक आए रुझानों में बीजेपी बहुमत से आगे निकल गई। चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा 115 और कांग्रेस 69 सीटों पर आगे है, वहीं 14 सीटों पर अन्य प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। 5 बजे तक प्रदेश की 199 सीट में से 118 के परिणाम घोषित हो चुकें हैं। बीजेपी ने अब तक 61, कांग्रेस 35 और अन्य ने 5 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है।
अपने गढ़ में जीतें सीएम और पूर्व सीएम
राजस्थान में हॉट सीट में से एक सरदारपुरा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और सीएम अशोक गहलोत ने चुनाव जीत लिया हैं। अशोक गहलोत ने बीजेपी के महेंद्र सिंह राठौड़ को हरा दिया है। वहीं हाई प्रोफाइल सीटों में से झालरापाटन सीट से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बंपर जीत दर्ज की हैं। पांचवीं बार इस सीट से चुनाव लड़ रही राजे ने कांग्रेस के रामलाल चौहान को हरा दिया है। वसुंधरा राजे ने 53 हजार 193 वोटों से जीत दर्ज की।
गहलोत कैबिनेट के मंत्रियों की हार
सपोटरा सीट से मंत्री रमेश मीणा की हार हुई है, यहां से बीजेपी प्रत्याशी हंसराज मीणा चुनाव जीत गए है। वहीं लालसोट सीट से बीजेपी के भजनलाल मीणा के हाथों मंत्री प्रसादीलाल मीणा को हार का सामना करना पड़ा है। डीग-कुम्हेर से बीजेपी के डॉ. शैलेश सिंह ने मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को हराया है। इधर जोधपुर की ओसियां सीट से मदेरणा परिवार को झटका लगा है। यहां बीजेपी के भैराराम चौधरी के सिर जीत का सेहरा बंधा है। भैराराम ने करीबी मुकाबले में कांग्रेस की दिव्या मदेरणा को 2807 वोटों हरा दिया हैं।
बानसूर सीट से मंत्री शकुंतला रावत, कोटपुतली से मंत्री राजेंद्र यादव, बीकानेर पश्चिम सीट से मंत्री बीडी कल्ला और अंता सीट से मंत्री प्रमोद जैन भाया को करारी हार का सामना करना पड़ा है। सिकराय सीट से बीजेपी के विक्रम बंशीवाल ने मंत्री ममता भूपेश को हराया हैं। इस चुनाव में गहलोत के कई मंत्रियों की हार हुई हैं। खाजूवाला सीट से मंत्री गोविन्द राम मेघवाल चुनाव हार गए हैं। उन्हें बीजेपी के विश्वनाथ मेघवाल ने पटखनी दी है। कोलायत सीट से मंत्री भंवर सिंह भाटी को हार का मुंह देखना पड़ा है। भंवर सिंह को बीजेपी के अंशुमान सिंह भाटी ने हराया हैं।
इधर, सिविल लाइंस से प्रताप सिंह खाचरियावास को बीजेपी के गोपाल शर्मा ने शिकस्त दी है। नागौर में चाच भतीजी के बीच हुई टक्कर में चाचा की जीत हुई है। यहां बीजेपी की ज्योति मिर्धा को कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। ज्योति पहले कांग्रेस में थी, लेकिन उन्होने चुनाव से पहले बीजेपी ज्वाइन की थी। ज्योति मिर्धा और हरेंद्र मिर्धा चाचा भतीजी हैं।
कांग्रेस को पिछले चुनाव में मिली थीं 107 सीटें
प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को बहुमत मिला था और कांग्रेस को 107 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी 70 सीटें लेकर पिछड़ गई थी। निर्दलीयों ने 13 सीटें जीती थीं अन्य के खाते में 8 सीटें गई थीं। दो सीटें रिक्त रही थीं। अशोक गहलोत सीएम बने थे।
राजस्थान में रिवाज बरकरार
राजस्थान में 1993 से एक-एक टर्म ( पांच-पांच साल) की बीजेपी और कांग्रेस सरकार का रिवाज बरकरार है। पिछले 20 साल में 1993, 2013 और अब 2023 में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया और सरकार बनाई। इसके अलावा 2008 और 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी।
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