BHOPAL. बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने इंडिया गठबंधन में जाने से यह कहकर इनकार कर दिया था कि वे 4 राज्यों की चुनाव अकेले की दम पर लड़ेंगी। हालांकि अब बीएसपी ने छत्तीसगढ़ के बाद मध्यप्रदेश में भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से गठबंधन कर लिया है। तय समझौते के तहत बीएसपी मध्यप्रदेश में 178 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वहीं गोंगपा के खाते में 52 सीटें रहेंगी जिन पर वह चुनाव लड़ेगी। दोनों पार्टियां अपने-अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में एकदूसरे का समर्थन करेंगी। बीएसपी से राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम ने कहा है कि प्रदेश में 22 फीसदी आदिवासी वोट हैं और दलित वोट 4 फीसदी हैं। ये पहले अलग थे लेकिन अब सब एक साथ हैं।
छत्तीसगढ़ में पहले ही हो चुका गठबंधन
बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ में बीएसपी और गोंगपा साथ चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी हैं। यहां की कुल 90 सीट में से 53 पर बीएसपी और 37 पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने चुनाव लड़ने का समझौता किया है। मध्यप्रदेश में आदिवासी वोट पाने हर दल ललायित है, बीते चुनाव में आदिवासी वोटों से ही कांग्रेस को काफी फायदा हुआ था। जिसके चलते बसपा ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है।
चंबल-ग्वालियर और बघेलखंड में बीएसपी का जनाधार
बता दें कि मध्यप्रदेश में उत्तर प्रदेश से सटे इलाको ग्वालियर-चंबल संभाग और विंध्य समेत बघेलखंड में बहुजन समाज पार्टी का अच्छा जनाधार है। गठबंधन के तहत इन इलाकों की सीट तो बीएसपी के खाते में गई ही हैं, साथ में प्रदेश के अन्य संभागों में भी ज्यादातर सीट पर बीएसपी अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं गोंगपा को उसके जनाधार वाले आदिवासी बहुल इलाकों में उम्मीदवार उतारने की बात तय हुई है। बता दें बीएसपी मध्यप्रदेश में अपनी एक लिस्ट पहले ही जारी कर चुकी है।