ALWAR. अलवर के तिजारा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बाबा बालकनाथ केवल अलवर ही नहीं पूरे राजस्थान में ध्रुवीकरण की राजनीति को मुख्यधारा में लाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपनी जनसभा में सीएम हाउस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिंदू त्यौहारों के दौरान सीएम हाउस से फतवे जारी होते हैं, उससे लगता है कि यह सीएम हाउस नहीं बल्कि फतवा हाउस बन चुका है।
मुआवजे में तुष्टिकरण के लगाए आरोप
बाबा बालकनाथ ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री किसी दुर्घटना या फिर आपदा में शिकार वर्ग विशेष के पीड़ितों को तो तत्काल अच्छा खासा मुआवजा देने का ऐलान कर देते हैं लेकिन पीड़ित यदि हिंदू है तो उसे मुआवजा देने का ऐलान करने में सोच विचार शुरु हो जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीएम का मुआवजे में भी तुष्टिकरण करने का प्रयास है।
गुरुद्वारों पर भी हो चुका जुबानी हमला
इससे पहले तिजारा के बीजेपी नेता ने अपने बयान में मस्जिदों और गुरुद्वारों को उखाड़ फेंकने का विवादित बयान दिया था। जिसके बाद बाबा बालकनाथ ने सिख संप्रदाय से माफी भी मांगी थी। लेकिन अब वे वोटों के ध्रुवीकरण के एकसूत्रीय एजेंडे में जोर-शोर से लग गए हैं।
पेपर बेच के खा गए कांग्रेस के लोग
लोगों को संबोधित करते हुए बाबा बालकनाथ ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसानों, दलितों को गरीब बनाकर रखना चाहती आई है। अब उन्हें नमक, मिर्च और मसाले के साथ तेल देकर उनका वोट खरीदना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा बुरी तरह परेशान है और कांग्रेस की सरकार एक नहीं अनेक मर्तबा एग्जाम के पेपर बेचकर पैसा खा गए।