BALAGHAT. बालाघाट में पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने के बाद अब मामला भारत निर्वाचन आयोग तक पहुंच चुका है। निर्वाचन आयोग ने पूरे मामले की जांच करवाने की बात कही है। वहीं दूसरी तरफ बालाघाट कलेक्टर गिरीश मिश्रा ने स्वीकार किया है कि प्रक्रियात्मक त्रुटि हुई है। नियमों की स्पष्टता के अभाव में यह सब हुआ। बता दें कि कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मिला था और उन्हें बालाघाट का वीडियो सौंपा था।
राज्य निर्वाचन अधिकारी ने भी भेजी रिपोर्ट
इधर इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सुबह ही मामले से जुड़ी पूरी जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी थी। राजन ने भी अपनी रिपोर्ट में इसे प्रक्रियात्मक त्रुटि मानते हुए नोडल ऑफिसर हिम्मत सिंह भवेड़ी को सस्पेंड करने की जानकारी दी है।
गफलत के पीछे बताया यह कारण
प्रशासन की ओर से यह सफाई दी जा रही है कि नए नियमों में यह कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि सुविधा केंद्र पर जो पोस्टल बैलेट डाले जाएंगे, उनके बंडल विधानसभा वार कब बनाए जाएंगे। इसी गफलत में पोस्टल बैलेट के विधानसभा वार बंडल बनाते समय का वीडियो वायरल होने की बात प्रशासन कर रहा है।
इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी को भी गफलत का डर
इधर इंदौर विधानसभा नंबर 1 के कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी से मुलाकात की। शुक्ला ने बालाघाट जैसी घटना उनके निर्वाचन क्षेत्र में भी होने की आशंका जताई है। बता दें कि शुक्ला का मुकाबला यहां बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से है। कलेक्टर ने संजय शुक्ला को भरोसा दिलाया है कि इंदौर में ऐसी कोई घटना नहीं होगी।
अपराध छुपा रहा प्रशासन- कमलनाथ
इधर पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि बालाघाट में जिस प्रकार से डाक मतपत्रों को खोला गया, वह गंभीर कदाचरण है। सरकारी मशीनरी ने जिस तरह से इस कृत्य को सही साबित करने का प्रयास किया, वह और भी अक्षम्य अपराध है। सबकी कार्यप्रणाली की रिपोर्ट जनता के पास है।