गंगेश द्विवेदी / RAIPUR. बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष नितिन त्रिवेदी के वायरल हो रहे बायोडाटा को लेकर बवाल मच गया है। इस बायोडाटा में शैलेष की अपनी उपलब्धियों के साथ अन्य दावेदारों की नाकामियां भी गिनाई गई हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसे फेक बताया है। साथ ही दावेदारी के वक्त जमा किया गया चार पेज का असली बायोडाटा भी जारी किया है।
त्रिवेदी का वायरल बायोडाटा 8 पेज का
पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष त्रिवेदी का वायरल हो रहा बायोडाटा 8 पेज का है। जिसमें पहले पेज में उनकी तस्वीर के साथ पार्टी के नेताओं की फोटो और उनका पद लिखा हुआ है। दूसरे पेज में उनकी व्यक्तिगत जानकारी के अलावा शिक्षा और सोशल मीडिया में सक्रियता का उल्लेख है। चौथे पेज में राजनीतिक सफर, वर्तमान दायित्व और पार्टी से मिले दायित्वों के बारे में लिखा है। अगले पेज में विशेष कार्य, उपलब्धियों और सम्मान के साथ क्षेत्र में सक्रियता और जमीनी पकड़ को बताया गया है। 6वें पेज में बलौदाबाजार से जनकराम वर्मा की नाकामियों के बारे में बताया गया है। इसके बाद इसी पेज से अगले पेज तक छाया वर्मा की निष्क्रियता के बारे में लिखा है। 7वें पेज में विद्याभूषण शुक्ल, सुरेन्द्र शर्मा और राकेश वर्मा जैसे नेताओं के विरोध में बातें लिखी गई है।
बलौदाबाजार के नेताओं में नाराजगी
इस बायोडाटा के वायरल होने के बाद बलौदाबाजार क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं में खासी नाराजगी देखने को मिली। जिन प्रत्याशियों के नाम इसमें दिए गए हैं, वे भी इस सीट से टिकट के दावेदार थे। पार्टी को जानकारी मिलने के बाद उस क्षेत्र के सीनियर लीडर्स को भी ओरिजनल बायोडाटा की प्रति भेजी गई है। इसे विरोधियों की साजिश बताते हुए कहा गया है कि पार्टी की ओर से तय प्रत्याशी का साथ देकर उन्हें प्रचंड बहुमत से विजयी बनाएं।
फेक है बायोडाटा - कांग्रेस
संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने शैलेश त्रिवेदी के वायरल हो रहे बायोडाटा को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। शैलेश त्रिवेदी ने केवल चार पेज का बायोडाटा जमा किया है, जिसे सार्वजनिक किया जा रहा है। इसे देखकर लोग असली और फर्जी बायोडाटा में अंतर पहचान सकते हैं।