RAIPUR. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार, 24 अक्टूबर को रिमोट का बटन दबाकर WRS कॉलोनी में रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले का दहन किया। इस दौरान जोरदार आतिशबाजी की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगभग 6:30 बजे डब्ल्यूआरएस कॉलोनी पहुंचे। उनके साथ मेयर एजाज ढेर, विधायक कुलदीप जुनेजा भी मौजूद थे। सबसे पहले उन्होंने रामायण मंडली के कलाकारों से मुलाकात की उसके बाद पूरे ग्राउंड का चक्कर लगाते हुए लोगों से मिले।
WRS कॉलोनी में बनाया जाता है रावण का सबसे ऊंचा पुतला
रावण दहन के बाद सीएम भूपेश ने कहा कि दशहरा का पावन उत्सव पूरे देश भर में हर्षोल्लास के साथ उत्सव मनाया जा रहा है। जयपुर में WRS कॉलोनी में सबसे ऊंचे रावण के पुतले का निर्माण किया जाता है।
सीएम ने दी दशहरे की बधाई
सीएम भूपेश ने कार्यक्रम में सभी को दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं दीं। कहा- यह अवसर है असत्य पर सत्य की जीत का, अंधकार पर प्रकाश की जीत का। हम सब बुराई के खिलाफ, अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ें। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों और आयोजन कमेटी के सदस्यों को भी बधाई दी।
आचार संहिता के कारण मंच पर नहीं चढ़े सीएम भूपेश
हम आपको बता दें कि चुनाव आचार संहिता की वजह से इस बार WRS का दशहरा उत्सव सादे समारोह में मनाया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंच पर नहीं चढ़े। इस बार कोई बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी नहीं किया गया था। गौरतलब है कि दशहरा को बुराई पर अच्छाई का प्रर्तिक माना जाता है। पूरे देश भर में धर्म की जीत का जश्न मनाया जाता है, इस साल भी देश के हर कोने में रावण पुतला का दहन किया गया।
रावणभाठा में भी रावण दहन
इधर राजधानी के रावणभाठा, भाठागांव मैदान में रावण दहन किया गया हैं। यहां भी हर साल सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति आयोजन करती हैं। यह रायपुर के सबसे पुराने दशहरा उत्सव में एक हैं। यहां भगवान बालाजी की पालकी पहुंचती है, पालकी आने के बाद ही रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यहां एक ही मंच पर bjp कांग्रेस के जनप्रतिनिधि जुटते हैं। 10 दिन रामलीला के बाद 11 वें दिन रावण दहन होता है।