JAIPUR. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने ताकत झोंक दी हैं। बीजेपी लगातार प्रदेश में बदलाव के नारे के साथ जनता से वोट की अपील कर रही है। इस चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी ये 25 नवंबर को मतदान के बाद 3 दिसंबर को परिणाम आने के साथ साफ हो जाएगा। इन सबके बीच फलौदी के सट्टा बाजार में दो बड़ी पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के भाव भी ऊपर नीचे हो रहे हैं। यानी यहां जीत-हार पर दांव लग रहे हैं। रूझान अभी भी बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहा है। बीजेपी की जीत की चर्चा के बीच सीएम फेस कौन होगा यह भी सवाल उठ रहा है।
बीजेपी को 122+ सीटें मिलने की संभावना
फलौदी बाजार में रूझान बदलता रहता है ऐसा इसलिए क्योकि मतदान के दिन तक वोटर्स का मन बदलता रहता है। ताजा रूझान में एक बार फिर बीजेपी को 110 से ज्यादा यानी 122-125 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। वहीं कांग्रेस को 62-65 सीट मिलदावा किया जा रहा है। इधर ताजा रूझान के बाद बीजेपी भले ही ये कह रही हो कि चुनाव जीतने के बाद आलाकमान ही मुख्यमंत्री के चेहरा तय करेगा लेकिन जनता में सुगबुहाट राजे को लेकर है। हालांकि पीएम मोदी ने राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित न करके कमल के निशान को ही फेस बनाया है। यानी राजस्थान में इस बार बीजेपी कमल पर चुनाव लड़ रही है।
वसुंधरा राजे का नाम चल रहा आगे
फलौदी सट्टा बाजार में बीजेपी से मुख्यमंत्री की रेस में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे आगे चल रही हैं। प्रबल संभावना वसुंधरा राजे की बताई जा रही है। माना जा रहा है कि बीजेपी की सरकार बनती है तो राजे ही मुख्यमंत्री होंगी। राजे के सीएम बनने की संभावना 80 फीसदी जताई गई है। वहीं 20 फीसदी में दूसरे नाम हैं। कांग्रेस ने अपने चुनावी वादों की बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स में सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत को साथ खड़ा कर लोगों उलझन में डाल दिया है। जनता को दो विकल्प दे दिए गए हैं। पायलट समर्थक लोगों के मन में फिर से आस जगा दी है।
गुजरात और हिमाचल के चुनाव का सहीं निकला अनुमान
फलौदी सट्टा बाजार के दावों में कितनी सच्चाई है इस जवाब ढूंढने के लिए हमने कुछ चुनावी परिणाम और फलौदी सट्टा बाजार के दावों को मिलाया तो पता चला कि सटोरियों ने मई में कर्नाटक के लिए जो अनुमान लगाया था वो सही निकला। और यहां कांग्रेस की सरकार बनी। कर्नाटक में 135 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया, लेकिन अनुमान 137 सीटों का था। बीजेपी को 55 सीटों का अनुमान था और मिलीं 66। यानी आंकड़ा करीब-करीब था। फलौदी सट्टा बाजार का दावा गुजरात में भी सही निकाला। यहां बीजेपी सरकार का अनुमान सही निकला और हिमाचल में कांटे की टक्कर बताई गई और आखिरकार वहां कांग्रेस की सरकार बनी। इन राज्यों में हार-जीत का अंतर काफी कम था। यानी सट्टा बाजार का अनुमान यहां भी परिणाम के काफी करीब था।
चुनाव, क्रिकेट से लेकर बारिश पर भी लगता है सट्टा
राजस्थान में स्थित फलौदी अब जिला बन गया है। सीएम अशोक गहलोत की घोषणा के बाद जोधपुर से अलग कर फलौदी को नया जिला बनाया है। जोधपुर से करीब सवा सौ किमी दूर स्थित फलौदी का सट्टा बाजार अपने सटीक अनुमान और दावों को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। राजस्थान ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा सट्टा बाजार माना जाता है। यहां प्रत्येक चुनाव में जीत और हार का दांव लगाया जाता है। यहां पर राजस्थान चुनावों से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव तक का सट्टा लगाया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि निकाय चुनावों तक में करोड़ों रुपए का सट्टा लगाया जाता है। यहां घर-घर, चौक-चौराहों और बाजारों और गलियों में सट्टा का खेला जाता है। यहां प्रदेश, देश और दुनिया में सरकार बनने से लेकर मौसम और क्रिकेट मैच तक का अनुमान लगाकर उसके भाव खोले जाते हैं। सबसे खास बात ये है कि फलौदी सट्टा मार्केट का आकलन बिलकुल सटीक बैठता है। यह भी खास बात है कि फलौदी सट्टा बाजार कोई नया नियम नहीं है।