गंगेश द्विवेदी, RAIPUR.बीजापुर में ईवीएम के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित न होकर खुले में रखे पाए जाने की शिकायत को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहब कंगाले ने निराधार बताया है। उन्होने कहा कि शिकायत के साथ जिस ईवीएम का वीडियो और फोटो दी गई थी वह प्रशिक्षण के लिए निर्धारित इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की है। इनके सीरियल क्रमांक की जानकारी उम्मीदवारों को पहले से ही दी गई है, उन्हें प्रशिक्षण के लिए निर्धारित प्रशिक्षण स्थल कलेक्टरेट सभाकक्ष बीजापुर में लाया गया था, यह तस्वीर और वीडियो उसी वक्त की है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने कहा है कि निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतगणना के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य किया जा रहा है। ईवीएम और डाकमत पत्रों की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बता दे कि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कुछ दिनों पहले बीजापुर से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की थी। साथ ही सोशल मीडिया पर ईवीएम से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है।
गुलाबी रंग के डाकमत पत्र के लिफाफे
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मौके पर मतपेटियों के खुली पाए जाने और फटे मतपत्र चारों ओर बिखरे पड़े होने और मत-पेटियों और मतपत्रों से छेड़छाड़ के संबंध में हुई शिकायत भी निराधार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधानसभा निर्वाचन में डाक मतपत्र के लिफाफे गुलाबी रंग के हैं, जबकि प्रचारित फोटो और वीडियो में भूरे रंग के लिफाफों को दर्शाया गया है, जिससे स्पष्ट है कि यह डाक मतपत्र या उनके लिफाफे नहीं हैं। वास्तव में ये जिला निर्वाचन अधिकारी बीजापुर के कार्यालय में वीवीपेट के पर्चियों की गणना के लिए आवश्यक तैयार किए जा रहे पिजन होल में लगाए जा रहे प्रतीक चिन्ह की फोटो है। जो स्टील पेटियों फोटो में दिखाई गई हैं वो जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की स्टील पेटियां हैं जिसमें विविध निर्वाचन सामग्री रखी जाती हैं। इसलिए यह फोटो और वीडियो जिसके आधार पर शिकायत की गई है भ्रामक और निराधार है।
महेश गागड़ा ने कलेक्टर को बताया था कांग्रेस का एजेंट
बीजापुर से बीजेपी प्रत्याशी महेश गागड़ा बीजापुर कलेक्टर को कांग्रेस सरकार के इशारे पर चुनाव को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को तत्काल बीजापुर के जिला निर्वाचन अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने JCCJ के प्रत्याशी रामधार जुरी द्वारा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजे गए प्रमाण का हवाला देते हुए कहा था कि हम लगातार बीजापुर में की जा रही चुनाव धांधली की शिकायत कर रहे हैं लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे स्पष्ट रूप से आशंका है कि चुनाव को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है।