JAGDALPUR. नक्सल इलाकों में पहले चरण के विधानसभा चुनाव 7 नवंबर को होंगे। इसी तैयारी जोरों पर चल रही है। हर बार की तरह इस बार भी मतदान से पहले चुनौती पैदा कर रहे हैं। इस बीच नक्सलियों ने एक फरमान जारी किया है। नक्सलियों के पश्विम बस्तर डिविजन कमेटी के जारी फरमान में कहा गया है कि केंद्र और राज्य की सरकार लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं को फर्जी मुठभेड़ और मुठभेड़ में मार रही है। इसके साथ ही 26 अक्टूबर का बीजापुर जिला बंद करने को कहा गया है।
मुठभेड़ में नक्सली नेता नागेश की मौत
दरअसल नक्सली नेता नागेश को पुलिस जवानों ने बीते 17 अक्टूबर को हुए एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने नागेश का शव और एके-47 रायफल भी बरामद कर ली थी। अब नक्सलियों की तरफ से भी नागेश के मारे जाने की पुष्टि हो गई और नक्सलियों ने इसे संगठन और इलाके के आंदोलन के लिए बड़ी क्षति बताया है। यही नहीं 17 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ में नागेश के मारे जाने के विरोध में 26 अक्टूबर को बीजापुर जिला बंद का आह्वान भी किया है।
26 अक्टूबर को बीजापुर बंद का फरमान
नक्सलियों के पश्चिम डिविजन कमेटी के सचिव मोहन ने एक प्रेस नोट जारी किया है। इस प्रेस नोट में एनकाउंटर का जिक्र किया गया है और नागेश के नक्सल संगठन से जुड़ने से लेकर उसके कामों का जिक्र किया गया है। प्रेस नोट में बताया गया है कि नागेश मद्देड़ एरिया कमेटी का संचालन सफलतापूर्वक कर रहा था और वह 55 साल की उम्र में लड़ते हुए अपनी शहादत दे गया। सचिव मोहन ने प्रेस नोट में कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार बस्तर के जल जंगल जमीन को बेचने के लिए लगातार इस तरह से हमले करवा रही है, लेकिन पार्टी इन हमलों का जवाब देगी। प्रेस नोट में बंद को सफल बनाने का फरमान जारी किया गया है और कहा गया है कि बंद के दौरान सिर्फ हॉस्पिटल ही खुले रहेंगे। इस दौरान गाड़ियों की आवाजाही भी नहीं होगी।