DHAR. विधानसभा चुनावों के लिए पार्टियां अपनी-अपनी सूचियां जारी करती जा रहीं हैं। इसी बीच कांग्रेस की भी सूची जारी हो रहीं हैं। जिस दौरान कई नेताओं का टिकट कट जाने की वजह से इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। धार जिले में टिकट न मिलने से कुलदीप सिंह बुंदेला, अभिषेक टिंकू बना, गजेंद्र सिंह राजुखेड़ी ने इस्तीफा देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फार्म भरने की घोषणा कर दी है। कुलदीप सिंह बुंदेला ने कहा कि अब चाहे कमलनाथ, दिग्विजय, राहुल गांधी आ जाएं, मै फार्म वापस नहीं उठाऊंगा।
नाराज नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का लिया फैसला-
बता दें कि धार जिले की धरमपुरी विधानसभा सीट से तीन बार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजुखेड़ी ने पार्टी पर अपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा संगठन को भेज दिया। वहीं बदनावर विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवार की मांग लंबे समय से चल रही है। स्थानीय उम्मीदवार को नजर अंदाज करते हुए बाहरी प्रत्याशी बीजेपी छोड़ कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले भंवर सिंह शेखावत को टिकट देने से असंतोष के स्वर उभरकर सामने आएं। जिससे स्थानीय उम्मीदवार अभिषेक टिंकू बना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने का फैसला ले लिया।
कमलनाथ भूले अपना वादा-
कांग्रेस की सूची में प्रभा बालमुकुंद सिंह गौतम का नाम आते ही कुलदीप सिंह बुंदेला के समर्थको में आक्रोश फूट पड़ा। बुंदेला ने मीडिया से बातचीत करते समय कहा कि 2018 में उन्होंने जीतू पटवारी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आश्वासन पर अपना फॉर्म वापस ले लिया था, कि इस बार उन्हें मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने धार विधानसभा से कुलदीप सिंह बुंदेला और बदनावर विधानसभा क्षेत्र से बालमुकुंद सिंह गौतम को टिकिट देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर उन्होंने सारे बूथ स्तर पर प्रभारी, मंडल स्तर पर नियुक्तियां कर सारी चुनावी तैयारियां कर ली थी। कांग्रेस की सूची में धार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की पराजित प्रत्याशी प्रभा गौतम को टिकिट दे दिया। बुंदेला ने कमलनाथ को चेतावनी देते हुए कहा कि अब पार्टी को इसका खामयाजा भुगतना पड़ेगा।
चाहे राहुल गांधी आ जाएं, फैसला नहीं बदलूंगा- बुंदेला
कुलदीप सिंह बुंदेला ने बताया कि उन्होंने इस्तीफे को ईमेल के माध्यम से भेज दिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा कि अब चाहे कमलनाथ आ जाएं, या दिग्विजय सिंह आ जाएं, या राहुल गांधी आ जाएं, मै अपना फॉर्म वापस नहीं लूंगा। कुलदीप सिंह बुंदेला ने कहा कि कांग्रेस में टिकिट की सौदेबाजी होती हैं और मैं कोई करोड़पति नहीं हूं जो जमीन जायदाद को बेचकर टिकिट खरीद सकूं। मेरी ताकत मेरे कार्यकर्ता हैं, कार्यकर्ताओं के निर्देश पर ही मैंने निर्णय लिया है। बुंदेला ने कहा कि दिग्विजय सिंह की दोस्ती बीजेपी के नेता विक्रम वर्मा से जगजाहिर है और जैसे ही यह पता चला कि बीजेपी से नीना वर्मा का टिकिट फाइनल हो रहा है तो उन्होंने जन भावना का ध्यान न रखते हुए मेरा टिकिट काटकर, सौदेबाजी करते हुए प्रभा बालमुकुंद सिंह गौतम को दे दिया है।