RAIPUR. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा 2022 के पर्चों की कटिंग के सोशल मीडिया में वायरल होने पर कांग्रेस और बीजेपी में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी अनुसंधान सेल के उज्जवल दीपक ने कुछ मीडिया रिपोर्ट के साथ पर्चे की प्रतियां भी अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला करते हुए कहा कि ''मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel को सबूत चाहिए थे ना? अब तो सोनवानी रिटायर भी हो गया सबके बच्चों को नौकरी लगवाकर। आप किसकी जांच करेंगे और किसको बर्खास्त करेंगे। मैं बताता हूँ। प्रदेश के युवा आपको बर्खास्त करेंगे बघेल जी। लिख लीजिए। इस बार तो आप गयो!! युवाओं की हाय लगेगी आपकी सरकार को''
PSC क्लियर कर चुके छात्र को नहीं पता इसरो का फुल फॉर्म
द सूत्र से चर्चा करते हुए उज्जवल दीपक ने बताया कि पीएससी 20, 21, 22 के नतीजे देखकर लगता है कि परिवार विशेष बच्चों को एग्जाम निकलवाने में मदद की गई, पिछले दिनों एक आयोजन में पीएससी क्लियर कर चुके उम्मीदवार से इसरो का फुल फॉर्म पूछा गया तो वह नहीं बता पाया। अब जब सूचना का अधिकार के तहत निकाली गई 2022 पीएससी मुख्य परीक्षा की वायरल हो रही प्रतियां बताती है कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में जो परीक्षाएं हुई हैं उनमें खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है।
उज्जवल दीपक ने लगाए ये आरोप
उन्होंने कहा कि परिणाम बताते हैं कि सीजी पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ने अपने परिवार के बच्चों के साथ कई अफसरों के बच्चों का चयन कर दिया। चयनित उम्मीदवारों में कांग्रेस के बड़े नेताओं के रिश्तेदार भी शामिल होंगे। तभी इस तरह का संरक्षण किसी अधिकारी को मिलता है। सोनवानी को सस्पेंड करने की भी खबर आई लेकिन उन्हें सस्पेंड नहीं किया गया, अब वे बाकायदा रिटायर हो गए हैं। ऐसे में वे कैंडीडेट जो दिन रात एक करके पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें निराशा हाथ लग रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी करेगी आंदोलन
उज्जवल दीपक ने आगे कहा कि PSC में हुई धांधली और भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। अभी बीजेपी की परिवर्तन यात्रा जारी है। परिवर्तन यात्रा खत्म होने पर इस पर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
यह बीजेपी आईटी सेल की उपज : कांग्रेस
इधर, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने द सूत्र से बातचीक वायरल पीएससी की कापियों की प्रामाणिकता पर सवाल खड़ा किया है। धनंजय सिंह ठाकुर ने इसे बीजेपी आईटी सेल की उपज बताते हुए कहा कि उज्जवल दीपक जब पिछली सरकार में डॉ. रमन सिह के ओएसडी थे, उनके कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए, उनके कार्यकाल में 2005 और 2008 का बड़ा घोटाला हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गोबर बिनने वाले और गरीब के बच्चों का सिलेक्शन हो रही है, तो उसमें गड़बड़ी कहां है।
कापी जांचने वालों ने गलत जवाब पर दिए दिल खोलकर नंबर
छतीसगढ़ लोक सेवा आयोग अपने गठन के बाद से ही विवादो में है। साल 2005 से आज तक जितनी भी परीक्षाओं का आयोजन किया, कमोबेश सभी परीक्षाएं विवादों में ही रही है। साल 2021 में अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का एसडीएम बनने का मामला थमा नहीं था। कि एक बार फिर नया मामला सामने आ गया है। 2022 में आयोजित मुख्य परीक्षा में शामिल कुछ छात्रों की उत्तर पुस्तिका इस समय सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही हैं। मजेदार बात है कि गलत जवाब पर कापी जांचने वालों ने उदारता के साथ नंबर दिए है। सही जवाब देने वालों के भविष्य के साथ जमकर खिलवाड़ किया गया है। या तो शून्य नंबर दिया है या फिर आधा नंबर देकर चहेतों को मेरिट में ला खड़ा कर दिया है।
गलत जवाब पर भी दे दिए गए अंक.... जानें सवाल और उनके जवाब
1. प्रश्न हनुमान सिंह पर जवाब वीर नारायण का
मुख्य परीक्षा का प्रश्न क्रमांक 15 में वीर हनुमान सिंह के योगदान का सवाल किया गया है। छात्र ने वीरनारायण सिंह के बारे में लिखा है। उत्तर में इस बात का भी जिक्र किया है कि वीरनारायण सिंह 23 अगस्त 1957 में जेल में सुरंग बनाकर आजाद हुए, जबकि छत्तीसगढ़ का एक-एक बच्चा जानता है कि मामला 1857 का है। 100 शब्दों में दिए गलत जबाव में कापी जांचने वाले ने 8 अंक में से कुल साढ़े पांच अंक दिल खोलकर दिया है।
2. चिराग योजना को बताया स्वास्थ्य योजना
आयोग ने सवाल नंबर चार में छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री चिराग योजना के बारे में पूछा है। छात्र ने अंग्रेजी में इसका जवाब दिया। योजना को लेकर छात्र ने लिखा की... चिराग योजना का संबंध स्वास्थ्य योजना से खासकर बच्चों के लिए है। 6 साल से कम या ज्यादा उम्र के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर योजना को केन्द्रित किया गया है, जबकि चिराग योजना छत्तीसगढ़ शासन की एकीकृत कृषि, भूमि और जल संरक्षण, कृषि बागवानी, मत्स्य पालन, पशु पालन और दुग्ध उत्पादन जैसी गतिविधियों को लेकर है।
3. प्लेटो का सद्गुण सिद्धांत लिखा गलत फिर मिले गए नंबर
सवाल नंबर 5 में प्लेटो के सद्गुण सिद्धांत के बारे में पूछा गया है। छात्र ने सवाल का जवाब उपादान, निमित्त,आकरिड और प्रयोजन बताया है। छात्र ने क्या लिखा…शायद ही उसे पता हो, फिर भी कापी जांचने वाले ने खुश होकर दो अंक के सवाल पर डेढ़ अंक दिया है। यह जानते हुए कि विवेक,संयम, साहस और न्याय प्लेटो के चार सद्गुण का सिद्दांत है।
4. असम में बता दिया कुनो अभयारण्य
9 कूनो अभयारण्य के बारे में पूछे गए सवाल में छात्र ने कूनों को असम में होना बताया है। छात्र ने लिखा है कि कूनो अभयारण्य में एक सिंग वाला गेंडा रहता है। यहां कूनो जनजाति रहती है। यह जानते हुए भी कि कूनो अभ्यारण्य श्योपुर ग्वालियर मध्यप्रदेश में है। 4 अंक के 60 शब्दों में दिए गए गलत जवाब पर कापी जांचने वाले ने दो अंक दिए है। इतना ही नहीं..नक्शा बनाकर छात्र ने असम को भी चिन्हित किया है।
5. निपात के सवाल पर अगडम बगड़म जवाब
सवाल नंबर 2 में निपात का जवाब छात्र ने गिरना बताया है, जबकि निपात का उत्तर अतिरिक्त भार या बातचीत के दौरान शब्दो और वाक्यों पर जोर देने से होता है, लेकिन छात्र ने निपात की परिभाषा उदाहरण के साथ गिरना बताया है। मजेदार बात है कि कापी जांचने वाले ने तीन में डेढ़ अंक दिया है।
6. कम्प्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम का भी गलत जवाब
लोकप्रिय कम्प्यूटर आपरेटिंग सिस्टम को लेकर पूछ गए सवाल के तीस शब्दों के गलत जवाब पर छात्र को 2 में से डेढ़ अंक दे दिए गए। छात्र ने कम्प्यूटर आपरेटिंग सिस्टम के जवाब में की बोर्ड, माउस, प्रिंटर और मॉनीटर लिखा है। सही उत्तर MS-DOS, UBUN, IOS, WINDODS OS,LINUX OS समेत अन्य दर्जनो प्रोग्रामिंग है। गलत जवाब होने पर भी छात्र को डेढ़ अंक मिल गए।
7. ताश के पत्ते पर सवाल का गलत जवाब
आयोग की मुख्य परीक्षा का प्रश्न क्रमांक 7 ताश की गड्डी को लेकर पूछा गया, सवाल एक पत्ते के निकाले जाने और फेस प्रोबेबिलिटी का है। इसका सही जवाब 1/13 है। जबकि छात्र ने 1/4 गलत उत्तर लिखा है।