JODHPUR. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन भर दिया। नॉमिनेशन के साथ दिए एफिडेविट के मुताबिक उनकी संपत्ति 5 सालों में 5 करोड़ रूपए से ज्यादा बढ़ चुकी है। हालांकि सीएम अशोक गहलोत और उनकी पत्नी दोनों के नाम एक भी वाहन नहीं है। यह जानकारी सीएम गहलोत ने अपने एफिडेविट में दी है।
5 साल दोगुनी हुई संपत्ति
बीते 5 सालों में सीएम अशोक गहलोत की संपत्ति दोगुनी हो चुकी है। साल 2018 को दिए गए हलफनामे के अनुसार अशोक गहलोत की कुल संपत्ति 5 करोड़ 51 लाख 48 हजार रुपए थी। वहीं अब यह संपत्ति 10 करोड़ 90 लाख 46 हजार रुपए हो चुकी है। उनकी पत्नी सुनीता गहलोत के पास साल 2018 में 1 करोड़ 22 लाख रुपए की संपत्ति थी, हालांकि बीते 5 सालों में इसमें कोई खास इजाफा नहीं हुआ, हलफनामे के मुताबिक सुनीता गहलोत के पास अब भी 1 करोड़ 40 लाख 72 हजार रुपए की ही संपत्ति है।
आमदनी का स्त्रोत- महज सीएम का वेतन
खास बात यह है कि सीएम अशोक गहलोत ने अपनी सालाना आय महज 25 लाख 74 हजार रुपए बताई है, जो कि मुख्यमंत्री पद के वेतन के रूप में होती है। इसके अलावा बैंक में जमा रकम के ब्याज और मकान के किराए से उन्हें आय होती है।
4 केस भी हैं लंबित
सीएम अशोक गहलोत ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ 4 केस लंबित हैं। इनमें से एक दिल्ली और 3 जयपुर में ही दर्ज हैं। सीएम गहलोत दिल्ली में मानहानि का एक केस झेल रहे हैं। वहीं सोनी हॉस्पिटल के जमीन आवंटन, माइनिंग लीज के आवंटन को लेकर जयपुर में केस लंबित हैं।