गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. शनिवार को भाजपा के चुनावी घोषणापत्र और ईडी की कार्रवाई को लेकर भूपेश बघेल ने एक साथ भाजपा पर हमला कर दिया। उन्होंने ट्विटर पर एक समाचार एजेंसी को दिए गए वक्तव्य के साथ ट्वीट किया कि भाजपा का घोषणापत्र कांग्रेस की नकल है। वहीं ईडी की कार्रवाई पर अंगुली उठाते हुए कहा कि सबसे पहले पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह पर कार्रवाई होनी चाहिए।
ऐड कैंपेन निकला प्रमोद का मसला
छत्तीसगढ में आज का दिन जोरदार राजनीतिक हलचलों के बीच गुजरा। सुबह 9:30 बजे दो बैक टू बैक ट्वीट करके भूपेश बघेल ने प्रमोद के नाम का सस्पेंस क्रिएट कर दिया था। दोपहर तक प्रमोद का खुलासा ऐड कैंपेन के रूप में हुआ तो उस समय तक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा का चुनावी घोषणापत्र जारी कर चुके थे। इसी बीच ईडी ने 2 नवंबर की कार्रवाई अदालत में पेश कर दोषी को रिमांड पर ले लिया। घोषणापत्र आने के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि यह कांग्रेस की नकल है। इसके बाद रात में अपना बयान जारी करते हुए कहा कि जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है।
बदनाम करने के लिए डाले छापे
भूपेश बघेल ने कहा कि ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है। ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है। अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है।
भूपेश बघेल बोले कि इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं। सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है। पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान पहुंची हैं? बघेल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं.
हम लड़ेंगे और जीतेंगे
भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है. वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। मारना, डराना-धमकाना तो सामान्य बात है। कांग्रेस तैयार है, कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है। ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
रमन सिंह ने किया पलटवार
इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है। उन्होंने सीएम भूपेश पर आरोप लगाया कि उन्हें पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर आरोप लगा रहे थे। डॉ रमन ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल? अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ध्यान भटकाने तथा पकड़े जाने के बाद के बहाने तैयार कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले से ही लगातार महादेव सट्टा एप के तार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जुड़ रहे थे और अब तो स्पष्ट हो गया कि इन सब में भूपेश की सीधी संलिप्तता है।