JAIPUR. राजस्थान में निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल पर एक करोड़ रुपए रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज किया गया है। निलंबित एसपी ने एक दवा फर्म संचालक से घूस ली है। जिस दौरान एसीबी ने एफएसएल जांच के आधार पर दिव्या मित्तल समेत दवा फर्म संचालक संजय नंदवानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दिव्या मित्तल पर रिश्वत का ये दूसरा केस है।
क्या हैं पूरा मामला?
दिव्या मित्तल ने संजय नंदवानी के गिरफ्तारी के आदेश निरस्त करने के लिए उसके भाई से एक करोड़ रुपए की घूस ली थी। दरअसल, दवा फर्म संचालक सुनील नंदवानी को नशीली दवाओं को सप्लाई करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सुनील के खिलाफ तीन मुकदमें दर्ज थे, जिसकी जांच एसपी दिव्या मित्तल कर रही थी। इस दौरान दिव्या मित्तल ने सुनील को एक केस में गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, अन्य दो मामलों में आरोपी न बनाने और गिरफ्तार न करने के लिए सुनील के भाई संजय से पुष्कर की एक होटल में दिव्या ने एक करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी। इस बात का खुलासा एक वॉट्सऐप कॉल की रिकॉर्डिंग से हुआ था। एसीबी ने इस रिकॉर्डिंग की जांच के बाद कार्रवाई की है।
दो बार गिरफ्तार हो चुकी हैं मित्तल
निलंबित एसपी दिव्या मित्तल ने इससे पहले भी दवा कंपनी के संचालक से दो करोड़ रुपए की घूस मांगी थी, जिस वजह से एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान पुलिस ने उदयपुर के पास चिकलवास में उनके फार्म हाउस और रिजॉर्ट नेचर हिल से भारी मात्रा में शराब बरामद की थी। इस मामले में मित्तल को निलंबित कर दिया गया था। जनवरी में गिरफ्तारी के बाद मित्तल को जून में जमानत मिल गई थी। उसके बाद अगस्त में एसओजी ने मित्तल को एनडीपीएस के दर्ज मुकदमों में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। यह उनकी तीसरी गिरफ्तारी होगी।
कौन हैं दिव्या मित्तल?
निलंबित एसपी दिव्या मित्तल चूरू के राजगढ़ की रहने वाली हैं। फिलहाल उनका परिवार चिड़ावा के पिलानी में रह रहा है। मित्तल ने साल 2017 में आरएएस परीक्षा पास की थी। दिव्या मित्तल पिलानी के साबू कॉलेज में लेक्चरर भी रह चुकीं हैं। उसके बाद उन्होंने आरपीएससी की तैयारी की थी और साल 2007 में परीक्षा देकर पास कर लिया था। लेकिन, अंतिम परिणाम में स्टे लग गया था, जो कि साल 2010 में हटा था।