RAIPUR. राजस्थान और एमपी के साथ छत्तीसगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है। बीजेपी ने 90 में से 54 सीटों पर भगवा लहराया है। जीत के साथ बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। कांग्रेस के खाते में 35 सीटें आई है। वहीं पाली तानाखार से सीट से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की जीत हुई है। इस चुनाव में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और 9 मंत्रियों की हार हुई हैं। बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव चुनाव लड़ा था, जिसका फायदा पार्टी को मिला है।
भूपेश बघेल और रमन सिंह की बड़ी जीत
पाटन सीट से भूपेश बघेल की जीत हुई है। भूपेश बघेल ने अपने भतीजे और सांसद विजय बघेल को 19 हजार 543 वोटों से हराया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राजनांदगांव सीट से रिकार्ड वोटों जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के गिरीश देवांगन को 45 हजार 84 वोटों से हराकर लगातार चौथी जीत दर्ज की। इधर, लोरमी से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव 45 हजार 891 वोटों से चुनाव जीत गए हैं। इस चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
दीपक बैज और टीएस सिंहदेव की हार
बस्तर हाई प्रोफाइल सीट चित्रकोट सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज चुनाव हार गए हैं। बीजेपी के विनायक गोयल ने उन्हें 8 हजार 740 वोटों से हराया। अंबिकापुर से टीएस सिंहदेव करीबी मुकाबले में हार गए हैं। इस हार से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सिंहदेव को बीजेपी के राजेश अग्रवाल ने 122 वोटों से हराया है। सरगुजा संभाग में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। संभाग की 14 की 14 सीट कांग्रेस के हाथ के निकल बीजेपी के खाते में पहुंच गई है।
जनता ने मोदी के कार्यों और गारंटी पर जताया भरोसा
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की दमदार वापसी पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खारिज कर दिया है। पार्टी के शीर्ष नेताओं की भूमिका की सराहना करते हुए सिंह ने कहा राज्य के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों और गारंटी में विश्वास दिखाया है। पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ में (चुनाव प्रचार) पर्याप्त समय दिया है।
छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम समेत 13 कैबिनेट मंत्रियों में से 9 हार गए हैं।
1. शिव डहरिया
2. रवीन्द्र चौबे
3. मोहम्मद अकबर
4. टीएस सिंह देव
5. जय सिंह अग्रवाल
6. रूद्र गुरु
7. अमरजीत भगत
8. मोहन मरकाम
9. ताम्रध्वज साहू