शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हुए, पहला चरण 7 नवंबर को और दूसरा चरण 17 नवंबर को संपन्न है। मतगणना को चंद घंटे बाकी है। जिसके बाद यह साफ हो जाएगा कि किसकी सरकार अगले 5 साल (सब कुछ ठीक रहने की स्थिति में) प्रदेश में सत्ता की गद्दी पर विराजमान रहेगी। मतदान के दौरान क्या क्या मुख्य घटनाक्रम रहा जो चर्चा और चिंतन मनन का विषय बना, इस ओर भी एक बार नजर डाल लेते हैं। कुल मिलाकर इसके जरिए आपको समझाते है कि कहां-कहां उत्पात हुआ है और कहां-कहां नेतागिरी हावी रही है।
नक्सलियों ने मचाया उत्पात
नक्सली मौके की तलाश में ही रहते हैं कि कब उन्हें खबरों में रहने का अवसर मिले। हर बार की तरह इस बार भी नक्सलियों ने उत्पात मचाने की कोशिशें की है। ज्यादातर जगहों में जवानों की मौजूदगी के कारण नक्सली अपने मनसूबे में कामयाब न हो सके। लेकिन विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सलियों की नापाक करतूत भी सामने आई है। राज्य में नक्सलियों ने चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की थी। सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए तथा जिले के टोंडामरका शिविर के पास नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में एक सीआरपीएफ कमांडो घायल हो गया।
महादेव सट्टा एप ने भी बढ़ाया सियासी पारा
छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप मामले ने भी खूब सियासी तूल पकड़ा है। बीजेपी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रही है, तो कांग्रेस बीजेपी पर। पीएम मोदी और अमित शाह की शायद ही कोई ऐसी सभा होगी, जिसमे उन्होंने महादेव सट्टा एप को लेकर बयानबाजी न की हो। वहीं कांग्रेस ने अपनी हर सभा में इस आरोप को खारिज किया। इसके साथ ही बीजेपी पर पलटवार किया है।
धान-किसान मुद्दा भी उठा
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान उगाने वाले 23 लाख किसानों को 21,912 करोड़ रुपये की इनपुट सब्सिडी दी है। अब कांग्रेस धान का मूल्य 3,600 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा कर रही है। भाजपा भी इस मुद्दे को लेकर बढ़ चढ़कर आगे आ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कह चुके हैं कि धान खरीदी केंद्र सरकार करती है। किसानों का दाना-दाना खरीदेंगे। यह मुद्दा बीजेपी और कांग्रेस दोनों के दिग्गजों ने जनता को अपने अपने पक्ष में करने के लिए उठाया है।
गांव में पहली बार हुआ मतदान
जब पहला चुनाव का पहला चरण संपन्न हुआ तो पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि नारायणपुर, बीजापुर और कांकेर जिलों में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी भी हुई। इन घटनाओं में सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि मतदान के दौरान बस्तर संभाग के 126 गांवों के निवासियों ने खुशी जताई क्योंकि आजादी के बाद उनके गांवों में पहली बार मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे।
पहले चरण में 74 फीसदी वोटिंग
नक्सलियों के उत्पात के बीच पहले चरण की 20 सीटों पर 74 फीसदी मतदान हुए हैं। बात करें सीटों की तो पहले चरण में मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
बात दूसरे चरण के मतदान की
गरियाबंद में जवान शहीद
17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण तारीके से लगभग पूरा हो ही चुका था, तभी नक्सलियों के उत्पात की खबर आई। दरअसल निर्वाचन आयोग ने गरियाबंद जिले के बिंद्रानवागढ़ विधानसभा सीट के 9 मतदान केंद्रों को नक्सल प्रभावित घोषित किया गया था। इस नक्सल प्रभावित इलाकों में सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक की मतदान कराया गया। जब मतदान दल वापस लौट रहा था, तब बड़े गोबरा गांव के पास शाम करीब 4.45 बजे नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया। इस ब्लास्ट में आईटीबीपी के जवान योगेंद्र सिंह शहीद हो गए।
लोरमी में हुआ बवाल!
लोरमी जो कि प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। इसमें बीजेपी सांसद अरुण साव चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे चरण के मतदान यानी 17 नवंबर को अरुण साव पर मतदान के प्रतिबंधित स्थल में मतदाताओं को भृमित करने के आरोप लगे। यह आरोप लोरमी से अरुण साव के मुख्य प्रतिध्वंदी माने जाने वाले जेसीसीजे के सागर सिंह बैस ने लगाए। वहीं यह मसला बढ़ ही रहा था कि प्रशासन को बीच बचाव करना पड़ा। तब जाकर मामला शांत हुआ।
दूसरे चरण में लगभग 78 फीसदी वोटिंग
17 नवंबर को प्रदेश में दूसरे चरण के मतदान हुए, यहां लगभग 78 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं दूसरे चरण में भरतपुर-सोनहत, मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुण्ड्रा, अम्बिकापुर, सीतापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया, धर्मजयगढ़, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार, मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर-चांपा, सक्ती, चंद्रपुर, जैजैपुर, पामगढ़, सराईपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, बिलाईगढ़, कसडोल, बलौदाबाजार, भाटापारा, धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर नगर पश्चिम, रायपुर नगर उत्तर, रायपुर नगर दक्षिण, आरंग, अभनपुर, राजिम, बिन्द्रानवागढ़, सिहावा, कुरूद, धमतरी, संजारी-बालोद, डौंडीलोहारा, गुण्डरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा, साजा, बेमेतरा और नवागढ़ विधानसभा सीटों पर मतदान कराया गया है।