PENDRA. विधानसभा चुनाव के लिए रायपुर में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक रात तक चलती रही। इस बीच गौरेला पेंड्रा मरवाही में टिकट वितरण से पहले ही कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है और अपने ही विधायक का विरोध भी शुरू कर दिया है। विधायक केके ध्रुव को बाहरी बता रहे हैं और स्थानीय उम्मीदवार की मांग कर रहे हैं। इस दौरान भरे मंच से विधायक का विरोध हो रहा था, जिससे नाराज होकर विधायक ध्रुव चले गए। बता दें, हर साल की तरह इस साल भी ऐसे विरोध शुरू हो गए हैं।
गौरेला पेंड्रा मरवाही में कांग्रेस दो गुटों में बंटी
जानकारी के अनुसार मरवाही के जनपद उपाध्यक्ष और जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अजय राय का रविवार (1 अक्टूबर) को जन्मदिन था। इस मौके पर गंगनई के नेचर कैंप में पार्टी रखी गई थी। यहां मरवाही विधायक केके धुव्र सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी में मंच से भाषण का दौर चल रहा था, तभी मरवाही से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रहे गुलाब राज और जिला पंचायत सदस्य शुभम पेंद्रो ने विधायक के ऊपर निरंकुश होने का आरोप लगाया और विधायक को बाहरी कहा। इसके साथ आगामी चुनाव में स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग मंच से की जाने लगी। इससे नाराज होकर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और विधायक केके ध्रुव कार्यक्रम को बीच में छोड़कर जाने लगे। इसके बाद काफी देर तक विवाद चला। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया।
अब स्थानीय उम्मीदवार की उठने लगी मांग
इस मामले में कांग्रेस जिला महामंत्री प्रमोद परस्ते ने कहा कि अजय राय के बर्थडे पार्टी का आयोजन था। तभी कांग्रेस के कुछ नेता मंच से विधायक को लेकर अपना दर्द बताने लगे, जिसे लेकर पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और विधायक नाराज हो गए। उनका कहना था कि हमें बुलाकर हमारी बेइज्जती की जा रही है। वहीं पूर्व कांग्रेसी प्रत्याशी गुलाब राज ने बताया कि 2020 में अचानक केके धुव्र को पैराशूट के माध्यम से उतारा गया था। कांग्रेस के पुराने नेताओं को आज भी दर्द है कि शुरू से कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता होने के बाद उन्हें टिकट नहीं मिला, स्थानीय व्यक्ति को टिकट मिलना चाहिए।