निश्चय विभु कुमार, RAIPUR. बात अभी चुनाव होने की नहीं है, लगभग 40 दिन बाद चुनाव होने ही है। मतलब आज और 40 दिन में कोई खास फर्क नहीं है। अभी जो स्थिति है उसमें और 25 नवंबर में कोई खास अन्तर नहीं आने वाला है। अब अन्तर सिर्फ और सिर्फ टिकट का है। बीजेपी ने 20 अगस्त को 21 आदिवासी सीटों पर टिकट घोषित कर दी थी। उस वक्त बीजेपी कांग्रेस से आगे टिकट के मामले में चल रही थी, लेकिन दूसरी सूची आने के पहले ही एक सूची वायरल हुई, तब से बीजेपी में भी घमासान चल रहा है।
अंतिम समय में टिकट देती है कांग्रेस
दूसरी तरफ कांग्रेस का तो इतिहास रहा है वो अंतिम समय में ही टिकट देती है। अब अन्तर किसी मुद्दे को लेकर नहीं है, मुद्दे अब सब पुराने हैं। PSC, शराब, माइनिंग घोटाला, ED के छापे ये सब चल ही रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि अब फर्क सिर्फ हर विधानसभा पर कौन चेहरा चुनाव लड़ रहा है, उससे से ही पड़ेगा, क्योंकि जिस पार्टी में भितरघात कम होगा, वो सीट, वो पार्टी जीतेगी। मुझे ऐसा लगता है कि कांग्रेस 50 से 55 सीट लाकर सरकार बना सकती है।
बीजेपी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर और कांग्रेस ने ग्रामीण परिवेश में किया काम
बीजेपी ने 15 सालों में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बहुत काम किया। कांग्रेस ने 5 सालों मैं ग्रामीण परिवेश में काम किया। किसानों को काफी फायदा हुआ। कोविड के लगभग 2 से ढाई साल में छत्तीसगढ़ की इकॉनमी पर अधिक असर शायद सरकार की रूरल पॉलिसी के कारण ही नहीं हुआ।
नहीं की जा सकती बराबरी की बात
बीजेपी की 15 साल की सरकार को 6.5 और कांग्रेस की 5 साल की सरकार को 7 अंक दिए जा सकते हैं। कारण यह है कि दोनों सरकारों में 10 साल का अन्तर भी है। बीजेपी ने 10 साल अधिक शासन किया है, इसलिए बराबरी की बात नहीं की जा सकती है।