मनीष गोधा@ JAIPUR.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले 2 दिन से अपने शहर जोधपुर के दौरे पर रहे। इस दौर उन्होंने अपने मतदाताओं से तो मुलाकात की ही लेकिन बीती रात करीब 12:30 बजे वह भाजपा की वरिष्ठ नेता सूर्यकांता व्यास के निवास पर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। सूर्यकांता व्यास जोधपुर की सूरसागर सीट से सात बार की विधायक हैं। सूर्यकांता अब 85 साल की उम्र पार कर चुकी है और इस बार पार्टी ने उनका टिकट काटकर देवेंद्र जोशी को यहां से उम्मीदवार बनाया है।
आधी रात को जीजी से मिले गहलोत
सूर्यकांता व्यास का टिकट कटने के पीछे उम्र को एक बड़ा कारण माना जा रहा है, लेकिन पिछले दिनों जिस तरह का घटनाक्रम हुआ है उसके चलते व्यास की जगह किसी दूसरे प्रत्याशी को मौका दिया जाना एक अलग ही राजनीतिक रंग ले गया है। दरअसल सूर्यकांता व्यास ने पिछले दिनों पुष्करणा समाज की कुलदेवी के मंदिर के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से की गई तत्काल सहायता के लिए उनकी सार्वजनिक तौर पर तारीफ कर दी थी। चुनावी मौसम में इस तारीफ को कुछ अलग ढंग से ले लिया गया। जोधपुर के सांसद और पार्टी के कोर ग्रुप के सदस्य गजेंद्र सिंह शेखावत से जब सूर्यकांता व्यास द्वारा गहलोत की तारीफ किए जाने पर प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने यह कह दिया कि बुढ़ापा बचपन की पुनरावृत्ति होता है।
इसलिए कटा सूर्यकांता व्यास का टिकट.....
शेखावत के इस बयान पर सूर्यकांता व्यास की भी कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि वे तब से राजनीति में है, जब शेखावत का जन्म भी नहीं हुआ था। इस बीच जब पार्टी की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई तो उसमें सूर्यकांता व्यास का नाम नहीं था और उनकी सीट से देवेंद्र जोशी को प्रत्याशी बनाया गया है। इसके बाद जब सूर्यकांता व्यास से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने यह तो कहा कि वे देवेंद्र जोशी का पूरा सहयोग करेंगी, लेकिन यह भी कहा कि शेखावत उन्हें पसंद नहीं करते हैं इसलिए उनका टिकट कटा है।
जीजी को पार्टी ने दी मेरी तारीफ करने की सजा!- CM
सोमवार (23 अक्टूबर) को जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर पहुंचे तो मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने यह कह दिया कि सूर्यकांत व्यास, जिन्हें पूरे जोधपुर में जीजी के नाम से जाना जाता है, उन्हें मेरी तारीफ करने की सजा दी गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा में जो भी मेरी तारीफ करता है, पार्टी उसे सजा देती है। ऐसा वसुंधरा राजे के साथ हुआ और फिर कैलाश मेघवाल के साथ हुआ और अब सूर्यकांता व्यास के साथ भी हुआ है। अब इसी बीच अपने दौरे के लगभग अंत में वे सूर्यकांता व्यास से मिलने उनके घर चले गए। यहां सूर्यकांता व्यास ने बड़ी आत्मीयता के साथ गहलोत का स्वागत किया। बात यह है कि अभी तक कांग्रेस ने सूरसागर सीट से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। ऐसे में यह मुलाकात को बड़ा परिणाम भी दे सकती है।
सूर्यकंता व्यास से मुलाकात पर यह बोले गहलोत
बुधवार (24 अक्टूबर) को जोधपुर से रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि उनको सम्मान देना बहुत जरूरी है। उन्होंने बहुत लंबी राजनीतिक इनिंग्स खेली है। उनसे मिलना वाजिब था, वो वरिष्ठ नेता हैं। मेरे कामों की तारीफ के कारण उनको टिकट नहीं मिला। रात को भी उन्होंने मुझे कहा कि मैंने आपके काम की तारीफ की थी। आज भी कर रही हूं। काम की तारीफ करना बुरी बात नहीं है। इसको लेकर पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या सूर्यकांता नई इनिंग्स खेलने के लिए तैयार हैं तो मुस्कुराते हुए नमस्कार कर रवाना हो गए।
व्यास ने कहा शिष्टाचार मुलाकात थी
वहीं सूर्यकांत व्यास ने इस मुलाकात के बारे में कहा कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात थी। वह मेरी तबीयत का हाल-चाल जानने आए थे। वहीं पार्टी बदलने की अटकलों को उन्होंने खारिज कर दिया।