BILASPUR/MAHASAMUND. बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में कांग्रेस का ट्रेनों के कैंसिलेशन और लेट-लतीफी को लेकर रेल रोको आंदोलन शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार आज (13 सितंबर) सुबह बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता करगी रोड कोटा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। वहां उन्होंने मालगाड़ी को रोक लिया। कार्यकर्ता पटरी पर लेट गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान करीब 2 घंटे तक रेलवे ट्रैक बाधित रहा। हालांकि यात्रियों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। वहीं, रायपुर में रेल रोका आंदोलन 12 बजे के बाद शुरू होगा।
कांग्रेस नेताओं का विरोध-प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अप और डाउन दोनों लाइन पर मालगाड़ियां रोकी है। इस प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। विरोध-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह रेलवे को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध है। हालांकि कांग्रेसियों के आंदोलन को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम की बात कही थी। वहीं, कुछ जगह निजीकरण को लेकर भी नारेबाजी की गई। दूसरी ओर महासमुंद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस ने मेन गेट पर ही रोक दिया, जिसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता मेन गेट पर ही नारेबाजी कर रहे हैं।
रेलवे ने दी चेतावनी, कानूनी कार्रवाई की जाएगी
बता दें कि रेल रोको आंदोलन के दौरान प्रदेश के सभी जिला, ब्लॉक मुख्यालयों में एकत्रित होकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों को रोकने की रणनीति बनाई है। इस आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने चेतावनी दी है कि अगर ट्रेन यातायात बाधित हुआ तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आरपीएफ के साथ ही पुलिस की ड्यूटी भी लगाई गई है। बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय पांडेय और विजय केशरवानी ने कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन संवाद की एक सहज और सरल प्रक्रिया है। लगता है कि केंद्र की बीजेपी सरकार को लोकतंत्र की परंपराओं पर विश्वास नहीं है। यही कारण है कि रेल प्रशासन ने बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ की जनता को आंदोलन करने पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की धमकी दी जा रही है।