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RAIPUR. सनातन धर्म को लेकर विवादित बयानों का दौर जारी है। इसी बीच छत्तीसगढ़ में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नंदकुमार साय ने सनातन विरोधियों को आइना दिखाया है। आदिवासी कांग्रेस नेता नंदकुमार साय ने कहा ​है कि जिनसे भी यह बयान दिया उन्हें सनातन की समझ नहीं है। सनातन संपूर्ण मानव जाति का कल्याण सोचने वाला धर्म है। जाहिर है कि नंदकुमार साय ने I.N.D.I.A गठबंधन के दलों को आइना दिखा दिया है।
आदिवासी हिंदू को ही रिप्रजेंट करते हैं : नंदकुमार साय
नंदकुमार साय ने सनातन धर्म की बीमारियों से तुलना और आदिवासी हिंदू नहीं जैसे मुद्दे पर अपने बातें रखी। नंदकुमार साय ने कहा कि यह समाज को दिग्गभ्रमित करने की कोशिश है, यह केवल आदिवासी समाज की बात नहीं, छत्तीसगढ़ में 58 गांव के साहू ने खुद को हिंदू मानना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के सिख भी हिंदू होने से इनकार कर रहे हैं, मेरा मानना है आदिवासी हिंदू को ही रिप्रजेंट करते हैं। हमारे ऋषि मुनि भी यही कह गए। बता दें कि पूर्व बीजेपी नेता नंदकुमार साय अब कांग्रेस में हैं और वे सीएसआईडीसी के अध्यक्ष हैं।
उदयनिधि ने सनातन धर्म पर दिया था विवादित बयान
बता दें कि कुछ दिनों पहले तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यक्रम के दौरान सनातन पर विवादित बयान दिया था। उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक ने भी सनातन टिप्पणी की थी। डीएमके सांसद ए रजा ने भी सनातन धर्म को एचआईवी और कुष्ठ जैसी बीमारी कहकर उदयनिधि की टिप्पणी का समर्थन कर सनातन संस्कृति को खत्म करने षड्यंत्र में भागीदारी दी है। सनातन धर्म पर विवादित बयानों को लेकर बीजेपी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर हमलावर बनी हुई है।