आमीन हुसैन, RATLAM. कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे आलोट से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस्तीफा भेजा है। प्रेमचंद गुड्डू अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। वे 2 बार विधायक और एक बार सांसद रहे थे।
गुड्डू ने इस्तीफे में क्या लिखा ?
प्रेमचंद गुड्डू ने पत्र में कांग्रेस नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर अनियमितता करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पत्र में कहा कि मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के द्वारा टिकट वितरण में बहुत ज्यादा अनियमितता की गई है। चुनाव के पहले तक ये दावा किया जाता रहा है कि जीतने लायक प्रत्याशियों को टिकट दिया जाएगा। सर्वेक्षण के आधार पर टिकट जीतने वाले प्रत्याशियों को ही दिया जाएगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में वातावरण बना हुआ था। इस वातावरण का लाभ उठाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा आपस में टिकटों का बंटवारा कर लिया गया। अपने समर्थकों के बीच में टिकट बांट लिए गए। इस दौरान इस बात को नजरअंदाज किया गया कि विधानसभा क्षेत्र में जीतने लायक प्रत्याशी कौन है ?
गुड्डू बोले- कांग्रेस के पट्ठावाद के कारण मुझे टिकट नहीं दिया
गुड्डू ने लिखा कि मेरे द्वारा मध्य प्रदेश रतलाम जिले की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित आलोट विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा गया था। इस विधानसभा क्षेत्र से मैं पूर्व में विधायक रह चुका हूं। इसके साथ ही में उज्जैन संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रहा हूं। इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत भी ये विधानसभा क्षेत्र आता है। कांग्रेस के द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में भी रिपोर्ट मेरे अनुकूल थी। इसके बावजूद मुझे कांग्रेस के पट्ठावाद के कारण टिकट नहीं दिया गया। इस स्थिति से खिन्न होकर मेरे द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया गया है। अत में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
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आलोट में त्रिकोणीय मुकाबला
प्रेमचंद गुड्डू अब रतलाम की आलोट विधानसभा से निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में हैं। आलोट से विधायक रह चुके गुड्डू के चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। गुड्डू के कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय रूप से मैदान में आने से कांग्रेस उम्मीदवार की राह कठिन हो गई है। गुड्डू इस क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व में सांसद और विधायक का चुनाव जीत चुके है। क्षेत्र में उनके समर्थकों की अच्छी खासी संख्या है। जिसके कारण वे चुनाव मैदान में निर्दलीय उतर गए हैं।