BHOPAL. कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में जीत की संजीवनी मिलने के बाद कांग्रेस ने 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी का फोकस है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में तो कांग्रेस सत्ता में है ही, अब वो मध्यप्रदेश से भी बीजेपी की विदाई कराना चाहती है। कांग्रेस ने तीनों राज्यों में महिला वोटर्स को अपने पाले में करने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा पर दांव लगाया है।
महिलाओं के लिए प्रियंका से कराई घोषणाएं
कांग्रेस ने तीनों राज्यों में महिला वोटर्स के लिए घोषणाएं प्रियंका गांधी से कराईं। जैसे घर की महिला मुखिया को हर साल 10 हजार रुपए, महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए और 1 करोड़ परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने जैसे बड़े ऐलान हुए। महिलाओं को केंद्र में रखकर की गई कांग्रेस की ये घोषणाएं चुनाव के नतीजों पर खासा असर डाल सकती हैं। कांग्रेस को टक्कर देने के लिए बीजेपी को हर हाल में उसकी रणनीति का तोड़ निकालना पड़ेगा।
एग्जिट पोल के मुताबिक होगी कड़ी टक्कर
चुनाव वाले राज्यों में राजस्थान और मध्यप्रदेश सबसे बड़े हैं। कई एग्जिट पोल के मुताबिक यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है। मध्यप्रदेश में बीजेपी सत्ता में है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने मध्यप्रदेश में ताबड़तोड़ तरीके से घोषणाएं की हैं। उन्होंने यहां की हर महिला को हर महीने 1500 रुपए देने की बात कही है। बच्चों के लिए भी काफी गारंटी दी गई हैं। इसके तहत 8वीं तक के बच्चों के लिए 1 हजार रुपए और 11-12वीं के बच्चों को हर महीने 1500 रुपए देने की घोषणा की है। वहीं राजस्थान में प्रियंका ने घर की महिला मुखिया को हर साल 10 हजार रुपए देनी की बात कही है। 1 करोड़ परिवारों को 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। छत्तीसगढ़ में भी प्रियंका ने ऐसे ही मिलते-जुलते वादे किए हैं।
क्या चाहती है कांग्रेस ?
कांग्रेस ने तमाम वादे महिलाओं को केंद्र में रखकर किए हैं। पार्टी सीधे महिला शक्ति को टारगेट करना चाहती है। राजस्थान में 2.73 करोड़ पुरुष मतदाता हैं। इनके मुकाबले महिला वोटरों की संख्या 2.53 करोड़ है। यहां महिला वोटर ही चुनाव का रुख तय करती हैं। 2018 में 74.72 फीसदी वोटिंग हुई थी। इनमें पुरुषों का वोट 73.79 फीसदी था। वहीं, महिला वोटों का प्रतिशत 74.67 फीसदी था। कांटे की टक्कर में इसने ही कांग्रेस को सत्ता की चाबी थमा दी थी। इसलिए कांग्रेस महिला और युवा वोटर्स को अपने साथ खड़ा करना चाहती है।
कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को ही क्यों चुना ?
मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के पास कोई बड़ा स्थानीय महिला चेहरा नहीं है। इसलिए पार्टी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को आगे किया है। महिला और गांधी परिवार का होने की वजह से वे महिलाओं के मुद्दों को उठाते हुए उनसे ज्यादा कनेक्टेड नजर आती हैं। प्रियंका गांधी राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का बड़ा चेहरा हैं।
प्रियंका को हल्के में नहीं ले सकती बीजेपी
कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को चुनावी पिच पर उतार दिया है। महिलाओं को केंद्र में रखकर वे कई ऐलान कर रही हैं। ऐसे में बीजेपी प्रियंका को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती। कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने इसी तरह के वादे करके बीजेपी को पटखनी दी थी। कांग्रेस को सफलता का फॉर्मूला मिल चुका है। इसमें कोई शक नहीं कि उज्ज्वला, जनधन, हर घर शौचालय जैसी योजनाओं के जरिए बीजेपी ने भी महिला वोटर्स में अपनी पैठ बनाई है, लेकिन इतना काफी नहीं है। जनता हमेशा ज्यादा अपेक्षा करती है और ये अपेक्षा तब बढ़ जाती है जब विपक्ष बढ़-चढ़कर वादे करता है।
प्रियंका ने यूपी कांग्रेस महासचिव के पद से दिया था इस्तीफा
कांग्रेस 5 राज्यों के चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा को स्टार प्रचारक बनाकर मैदान में उतारेगी। ये बात प्रियंका भी बखूबी जानती थीं। इसलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश कांग्रेस महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे वे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगा सकें।
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मध्यप्रदेश में चुनाव तक 15 सभाएं करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
बीजेपी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं। उन्हीं के चेहरे पर चुनाव लड़ा जा रहा है। चुनाव तक पीएम मोदी मध्यप्रदेश में 15 सभाएं करेंगे। 4 नवंबर को पीएम मोदी रतलाम में रहेंगे। ये मध्यप्रदेश में पीएम का पहला आधिकारिक चुनावी दौरा होगा। रतलाम-झाबुआ आदिवासी इलाका है। पिछली बार चुनाव में रतलाम-झाबुआ और मंदसौर की 16 सीट में से 10 बीजेपी और 6 कांग्रेस ने जीती थी। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा 8 नवंबर को इंदौर-देवास और 9 नवंबर को रीवा में सभा करेंगी। 4 नवंबर को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बालाघाट-डिंडोरी में सभा करेंगे।