RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हमले तेज हो गए है। शुक्रवार को रायपुर में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार बताया। ठाकुर ने कहा कि जनता इस खाऊ सरकार से ऊब चुकी है। वहीं अनुराग ठाकुर के बयान को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता मणि वैष्णव ने कहा कि ED बीजेपी नेताओ के घोटालों की जांच क्यों नहीं करती है। वैष्णव ने कहा कि ED रमन सिंह सरकार के घोटालों की जांच कब करेगी?
प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में चुनावी माहौल बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो छत्तीसगढ़ के विकास के लिए केंद्र की ओर से सहायता दी है एक के बाद दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट दिया है, ये इसके पीछे का कारण है। जिस तरह से कांग्रेस ने सभी संसाधनों को लूटा है और इस ऐसी हालत कर दी है कि जो छत्तीसगढ़ बहुत आगे जा सकता था उसको पीछे की ओर धकेला है। अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि बीजेपी की सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए 1 लाख करोड़ से ज्यादा धान की खरीद के लिए उपलब्ध कराए हैं।
छत्तीसगढ़ में इस बार बदलेगी सरकार
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस लगातार 75 पार का दावा कर रही है। ठाकुर ने कहा- आगे- आगे देखिए नतीजे बताएंगे कि छत्तीसगढ़ की जनता खाऊ सरकार से मुक्ति चाहती है, और इस बार सरकार बदलेगी।
कांग्रेस ने अनुराग ठाकुर पर किया पलटवार
सरकार पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता मणी वैष्णव ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) बीजेपी के नेताओं के भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करती। कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से पूछा है कि छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेताओं के यहां छापेमारी की कार्रवाई कब से की जाएगी। छत्तीसगढ़ में 15 साल के सरकार में बीजेपी के अनेक नेता फर्श से अर्श पर पहुंच गए।
ED कब करेगी BJP नेताओं के घोटालों की जांच ?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वैष्णव ने आगे कहा कि कारोबारी पारिवारिक पृष्ठभूमि के मंत्री रहे बीजेपी नेता जिनके परिवार की कारोबारी हालत बीजेपी की सरकार के पहले दिवालिया होने की थी वे और उनके भाई 15 साल में अकूत धन सपंदा के मालिक बन गए। इनके यहां ED छापेमारी करने कब जाएगी। छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है। इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक में मुख्य अभियुक्त ने नार्कोटेस्ट में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और आधा दर्जन मंत्रियों को करोड़ों रुपए देना स्वीकार किया था। ईडी इसकी जांच कब करेगी?, वैष्णव ने कहा कि ED रमन सिंह सरकार के घोटालों की जांच कब करेगी? 36000 करोड़ का नान घोटाला और 6200 करोड़ का चिटफंड घोटाला रमन सिंह सरकार का वह घोटाला है जिसमें सीधे आम आदमी के साथ लूट की गई है।