BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने दूसरी सूची करते हुए 39 प्रत्याशियों की घोषणा की है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्री, चार सांसद और कैलाश विजयवर्गीय को टिकट देकर बीजेपी ने सभी को चौंका दिया है। बीजेपी प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा कि बीजेपी की दूसरी लिस्ट ने सच बताया। बीजेपी अब तक की सबसे करारी हार के मुहाने पर है। सूची पर कांग्रेस ने तीखा तंज कसा है।
मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कसा तंज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने X पोस्ट पर लिखा कि भारतीय जनता पार्टी की आज की प्रत्याशी की सूची ने शिवराज और महाराज दोनों के राजनीतिक कैरियर पर पूर्णविराम लगा दिया है। वहीं, वीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा के लिए राजनैतिक वनवास का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
मध्यप्रदेश में बीजेपी अब अंत की ओर अग्रसर : कांग्रेस
कांग्रेस की तरफ से जारी बयान में कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के पतन की खबरें अब आम हो चली है। सभी सर्वे और सभी सियासी समीकरण अभी तक बीजेपी की हार की भविष्यवाणी तो कर रहे थे लेकिन सबके मन में एक संशय जरूर था कि शायद बीजेपी अंतिम क्षणों में कोई करिश्मा कर जाए, लेकिन बीजेपी के प्रत्याशियों की दूसरी सूची ने यह बता दिया कि मध्यप्रदेश में बीजेपी अब अंत की ओर अग्रसर है।
करारी हार को भांप चुकी है बीजेपी : कांग्रेस
नरेंद्र मोदी और अमित शाह को मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाकर उतारने के अलावा बीजेपी ने सबको उतार दिया है। केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव का टिकट देना है यह साबित कर रहा है कि बीजेपी करारी हार को भांप चुकी है। किसी भी राज्य के चुनाव में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब 18 साल तक शासन करने वाला सत्तारूढ़ दल का नेता अपना मुंह छुपा रहा है। प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने का छल कर रहे हैं, और जनता बीजेपी को इस रूप में देखकर अपनी ताकत से गदगद है।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बड़ा बयान
दूसरी लिस्ट के जारी होने पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हार के भय से मोदी सरकार के मंत्रियों में भगदड़ मची है, सरकार का मंत्री पद छोड़ कर मध्यप्रदेश विधानसभा के टिकट लिए, किसान आंदोलन को संभालने का दावा करने वाले केंद्रीय मंत्री भी भागे, राहुल गांधी के यात्राओं से आने वाले लोकसभा चुनाव में भारी हार के डर से मोदी सरकार के मंत्रियों में भगदड़ मच रही है।