RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे में सियासी घमासान तेज हो गया है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी कांग्रेस के मुकाबले में पिछड़ गई है। पहले चरण के चुनाव को मात्र 6 दिन ही शेष हैं और अब तक न तो बीजेपी का घोषणा पत्र आया है और न ही किसी बड़े नेता ने कोई घोषणा की है। इसको लेकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं, प्रत्याशियों और मतदाताओं का दबाव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर बढ़ गया है। घोषणा में हो देरी को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता एक राग अलाप रहें है कि उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होगा, उनका घोषणा पत्र जनता की मंशा के अनुरूप होगा और जल्द ही जारी किया जाएगा।
पीएम मोदी कर सकते हैं बड़ी घोषणा
घोषणा पत्र में देरी की एक वजह ये भी मानी जा रही है कि बीजेपी की घोषणा पत्र के संयोजक विजय बघेल, सहसंयोजक अमर अग्रवाल, ओपी चौधरी खुद अपने चुनाव में व्यस्त हैं। इनका कहना है कि उन्होंने जनता की राय और सुझाव के आधार पर घोषणा पत्र के मुख्य बिंदु वरिष्ठ नेताओं को सौंप दिए हैं। ऐसी भी चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांकेर में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं। चुनावी मंच से वे प्रथम चरण के चुनाव के मध्य नजर बस्तर के आदिवासी, वनवासी और तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
बीजेपी जो कहती है वह करती है : सोनी
बीजेपी सांसद सुनील सोनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जो कहती है वह करती है, छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वादों और बातों पर भरोसा है। इसके पहले उन्होंने आयुष्मान योजना की शुरुआत बस्तर के जांगला से की थी। गुरुवार को भी वे बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
कांग्रेस ने कसा तंज
घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अब तक 17 से ज्यादा गारंटी दे चुकी है, मगर भारतीय जनता पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। छत्तीसगढ़ की जनता को भूपेश पर भरोसा है भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर नहीं।